Edited By Rohini Oberoi,Updated: 09 Feb, 2025 01:03 PM
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उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ 2025 में दुनियाभर से श्रद्धालु शामिल हो रहे हैं। ये विशाल धार्मिक आयोजन एक ऐतिहासिक और आध्यात्मिक अनुभव प्रदान कर रहा है। श्रद्धालु पवित्र त्रिवेणी संगम में आस्था की डुबकी लगा रहे हैं और इस भव्य आयोजन का...
नेशनल डेस्क। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ 2025 में दुनियाभर से श्रद्धालु शामिल हो रहे हैं। ये विशाल धार्मिक आयोजन एक ऐतिहासिक और आध्यात्मिक अनुभव प्रदान कर रहा है। श्रद्धालु पवित्र त्रिवेणी संगम में आस्था की डुबकी लगा रहे हैं और इस भव्य आयोजन का हिस्सा बन रहे हैं।
महाकुंभ में 41 करोड़ श्रद्धालुओं ने लगाई आस्था की डुबकी
अब तक महाकुंभ 2025 में लगभग 410 मिलियन (41 करोड़) श्रद्धालु पवित्र त्रिवेणी संगम में डुबकी लगा चुके हैं। यह आयोजन हर साल लाखों श्रद्धालुओं को आकर्षित करता है। शनिवार को मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव और राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने संगम में एक साथ पवित्र स्नान किया और इसके बाद एक-दूसरे का अभिवादन भी किया।
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संगम का महत्व और मुख्यमंत्री की प्रार्थना
त्रिवेणी संगम, जहां गंगा, यमुना और पौराणिक सरस्वती नदी मिलती हैं हिंदू धर्म में अत्यंत पवित्र माना जाता है। संगम में स्नान के बाद मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा, "यहां आकर मां गंगा और मां यमुना का आशीर्वाद मिलता है। प्रयागराज को सबसे श्रेष्ठ तीर्थ स्थल माना जाता है और यहां स्नान करने का सौभाग्य कई जन्मों के पुण्य के बाद मिलता है।"
उन्होंने यह भी कहा कि उन्होंने मध्य प्रदेश के लोगों खासकर युवाओं और समाज के सभी वर्गों की खुशहाली के लिए प्रार्थना की।
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कब तक चलेगा महाकुंभ 2025?
महाकुंभ 2025 की शुरुआत 13 जनवरी 2025 को हुई थी और यह आयोजन महाशिवरात्रि (26 फरवरी 2025) तक चलेगा। इस आयोजन को दुनिया का सबसे बड़ा आध्यात्मिक और सांस्कृतिक उत्सव माना जाता है। लाखों श्रद्धालु इस आयोजन में भाग ले रहे हैं और रिकॉर्ड तोड़ भीड़ देखने को मिल रही है। आने वाले दिनों में श्रद्धालुओं की संख्या और बढ़ने की संभावना है।
महाकुंभ 2025 न केवल आध्यात्मिक दृष्टि से बल्कि सांस्कृतिक रूप से भी महत्वपूर्ण है और यह भारत की धार्मिक धरोहर को दर्शाता है।