Edited By Anu Malhotra,Updated: 26 Mar, 2025 03:48 PM

अगर आपको सड़क पर सफर करते वक्त टोल प्लाजा पर रुककर लंबी कतारों में खड़े होने का अनुभव होता है, तो अब आपकी यह परेशानी दूर होने वाली है। सड़क परिवहन मंत्रालय ने एक नई पहल शुरू की है, जिसके तहत आप बिना रुके और बिना किसी ब्रेक के टोल चुकाने में सक्षम...
नई दिल्ली: अगर आपको सड़क पर सफर करते वक्त टोल प्लाजा पर रुककर लंबी कतारों में खड़े होने का अनुभव होता है, तो अब आपकी यह परेशानी दूर होने वाली है। सड़क परिवहन मंत्रालय ने एक नई पहल शुरू की है, जिसके तहत आप बिना रुके और बिना किसी ब्रेक के टोल चुकाने में सक्षम होंगे। यह बदलाव, जो जल्द ही देशभर के हाइवे और एक्सप्रेसवे पर लागू होगा, टोल वसूली की प्रक्रिया को पूरी तरह से डिजिटल और सहज बना देगा।
सड़क परिवहन मंत्रालय के मुताबिक, देश में करीब 45,000 किलोमीटर लंबी नेशनल हाइवे और एक्सप्रेसवे नेटवर्क पर टोल वसूली की जाती है, जहां 1063 टोल प्लाजा हैं। इन प्लाजाओं पर वाहनों की लंबी कतारें लगना आम बात हो गई है, खासकर जब वाहन में फास्टैग नहीं लगा हो या वह ब्लॉक हो गया हो। इस समस्या का समाधान अब मंत्रालय एक नई तकनीक के जरिए करने जा रहा है।
मंत्रालय की योजना के मुताबिक, टोल वसूली के लिए अब जीपीएस की बजाय एएनपीआर (ऑटोमेटिक नंबर प्लेट रिकगनिशन) तकनीक का उपयोग किया जाएगा, जिससे वाहन की स्पीड को धीमा किए बिना टोल कट जाएगा। इसका मतलब यह है कि अब टोल प्लाजा पर रुकने की कोई जरूरत नहीं होगी। जैसे ही आपके वाहन के नंबर प्लेट का कैमरे द्वारा स्कैन होगा, आपकी फास्टैग से लिंक की गई राशि अपने आप कट जाएगी। यह तकनीक दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर पहले से लागू की जा रही है। इस बदलाव से ना सिर्फ समय की बचत होगी, बल्कि सड़क पर यातायात का दबाव भी कम होगा।