Edited By Anu Malhotra,Updated: 24 Mar, 2025 03:55 PM

भारत में राष्ट्रीय राजमार्गों पर टोल टैक्स से जुड़ी हुई एक रिपोर्ट्स ने चौंकाने वाले आंकड़े पेश किए। रिपोर्ट के अनुसार, पिछले कुछ समय में टोल टैक्स से रिकॉर्ड कमाई हुई है। खासकर गुजरात राज्य में टोल प्लाजा की कमाई ने पूरे देश में धूम मचाई है। गुजरात...
नेशनल डेस्क: भारत में राष्ट्रीय राजमार्गों पर टोल टैक्स से जुड़ी हुई एक रिपोर्ट्स ने चौंकाने वाले आंकड़े पेश किए। रिपोर्ट के अनुसार, पिछले कुछ समय में टोल टैक्स से रिकॉर्ड कमाई हुई है। खासकर गुजरात राज्य में टोल प्लाजा की कमाई ने पूरे देश में धूम मचाई है। गुजरात का टोल प्लाजा सबसे आगे रहने के कारण, यह राज्य राष्ट्रीय राजमार्गों पर सड़क यातायात और टोल सिस्टम के संचालन में एक प्रमुख केंद्र बन गया है। गुजरात में कई ऐसे टोल प्लाजा हैं जहां भारी ट्रैफिक रहता है, और इससे टोल कलेक्शन में वृद्धि हुई है।
सरकार की ओर से साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार, गुजरात के NH-48 पर स्थित वडोदरा-भरूच मार्ग के भरथना टोल प्लाजा ने पिछले 5 वर्षों में 2,043.81 करोड़ रुपये का टोल टैक्स वसूला है। खास बात यह है कि पिछले वित्तीय वर्ष में ही इस टोल प्लाजा ने 472.65 करोड़ रुपये की कमाई की। यह देश का सबसे कमाई करने वाला टोल प्लाजा बन गया है।
टॉप-10 टोल प्लाजा की कमाई का विवरण
राजस्थान के शाहजहांपुर टोल प्लाजा, जो दिल्ली-मुंबई हाईवे पर स्थित है, ने पिछले 5 वर्षों में 1,884.46 करोड़ रुपये का टोल टैक्स वसूला और दूसरे नंबर पर रहा। इसके बाद पश्चिम बंगाल का जलधुलागोरी टोल प्लाजा आता है, जिसने 1,538.91 करोड़ रुपये की कमाई की। अन्य प्रमुख टोल प्लाजा में उत्तर प्रदेश का बराजोड़ (1,480.75 करोड़ रुपये), हरियाणा का घरौंडा (1,314.37 करोड़ रुपये) और गुजरात का चोरयासी (1,272.57 करोड़ रुपये) शामिल हैं।
इन टोल प्लाजा के माध्यम से पिछले 5 वर्षों में 1,000 करोड़ रुपये से ज्यादा की कमाई हुई है। खास तौर पर राजस्थान, उत्तर प्रदेश और तमिलनाडु जैसे राज्यों के टोल प्लाजा भी इस सूची में प्रमुख स्थान पर हैं, जो राष्ट्रीय राजमार्गों पर बड़ी कमाई कर रहे हैं।
टॉप-10 टोल प्लाजा की सूची:
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भरथना (गुजरात) (NH-48) – 2,043.81 करोड़ रुपये
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शाहजहांपुर (राजस्थान) (NH-48) – 1,884.46 करोड़ रुपये
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जलधुलागोरी (पश्चिम बंगाल) (NH-16) – 1,538.91 करोड़ रुपये
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बराजोड़ (उत्तर प्रदेश) (NH-19) – 1,480.75 करोड़ रुपये
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घरौंडा (हरियाणा) (NH-44) – 1,314.37 करोड़ रुपये
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चोरयासी (गुजरात) (NH-48) – 1,272.57 करोड़ रुपये
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ठीकरिया (राजस्थान) (NH-48) – 1,161.19 करोड़ रुपये
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एलएंडटी कृष्णागिरी थोपुर (तमिलनाडु) (NH-44) – 1,124.18 करोड़ रुपये
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नवाबगंज (उत्तर प्रदेश) (NH-25) – 1,096.91 करोड़ रुपये
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सासाराम (बिहार) (NH-2) – 1,071.36 करोड़ रुपये
इन आंकड़ों से यह साफ हो जाता है कि टोल टैक्स से होने वाली कमाई दिन-ब-दिन बढ़ रही है, जो सरकार के लिए एक अहम वित्तीय स्रोत बन चुका है।