Edited By Parveen Kumar,Updated: 21 Mar, 2025 10:01 PM

टोयोटा मोटर कॉर्पोरेशन भारत में अपना पहला अनुसंधान और विकास (R&D) केंद्र स्थापित कर रही है। यह केंद्र कंपनी की भारतीय इकाई के माध्यम से खोला जाएगा, जिससे यह साफ होता है कि भारतीय बाजार टोयोटा के लिए तेजी से महत्वपूर्ण हो रहा है।
नेशनल डेस्क : टोयोटा मोटर कॉर्पोरेशन भारत में अपना पहला अनुसंधान और विकास (R&D) केंद्र स्थापित कर रही है। यह केंद्र कंपनी की भारतीय इकाई के माध्यम से खोला जाएगा, जिससे यह साफ होता है कि भारतीय बाजार टोयोटा के लिए तेजी से महत्वपूर्ण हो रहा है।
बेंगलुरु में होगी शुरुआत, 2027 तक 1,000 इंजीनियर होंगे शामिल
टोयोटा का यह नया R&D केंद्र बेंगलुरु के बिदादी इलाके में स्थित होगा, जहां पहले चरण में लगभग 200 लोगों की टीम काम करेगी। 2027 तक इस टीम का विस्तार कर 1,000 इंजीनियरों तक पहुंचने की संभावना है।
स्वच्छ और हरित तकनीक पर फोकस
पिछले साल, टोयोटा ने भारत को मध्य पूर्व, पूर्वी एशिया और ओशिनिया क्षेत्र में अपने ऑपरेशन का केंद्र बनाने के लिए पुनर्गठन किया था। इसके तहत, कंपनी ने भारत में स्वच्छ और हरित तकनीकों पर जोर देने के लिए कई निवेशों की घोषणा की थी।
टोयोटा और सुजुकी की साझेदारी होगी मजबूत
टोयोटा भारत में अपने वाहनों की बिक्री बढ़ाने के लिए गैसोलीन और हाइब्रिड मॉडल पर निर्भर रही है। इसके अलावा, कंपनी सुजुकी मोटर कॉर्प के साथ अपनी साझेदारी को और मजबूत कर रही है। टोयोटा की पहली इलेक्ट्रिक SUV अर्बन क्रूजर ईवी, सुजुकी के ई-विटारा का री-बैज वर्जन होगी, जिसे 2025 से सुजुकी के गुजरात प्लांट में बनाया जाएगा।
चीन से ध्यान हटाकर भारत पर फोकस
टोयोटा का यह कदम ऐसे समय पर आया है जब कंपनी चीन में BYD और अन्य स्थानीय निर्माताओं के बढ़ते दबदबे के कारण अपनी बाजार हिस्सेदारी खो रही है। ऐसे में, अब टोयोटा भारत को एक महत्वपूर्ण ऑटोमोबाइल बाजार के रूप में देख रही है और यहां अपनी पकड़ मजबूत करने की कोशिश कर रही है।
भारत में टोयोटा का तीसरा एशिया-पैसिफिक R&D केंद्र
भारत में खुलने वाला यह R&D केंद्र एशिया-प्रशांत क्षेत्र में टोयोटा का तीसरा केंद्र होगा। इससे पहले, कंपनी चीन और थाईलैंड में इसी तरह के केंद्र स्थापित कर चुकी है। भविष्य में यह केंद्र केवल भारतीय बाजार तक सीमित न रहकर, मर्सिडीज-बेंज के बेंगलुरु केंद्र की तरह एक वैश्विक R&D हब भी बन सकता है।