Edited By Anu Malhotra,Updated: 17 Mar, 2025 04:23 PM

होली के बाद छुट्टियों का मजा लेने के लिए हजारों की संख्या में पर्यटक नैनीताल पहुंच गए, जिससे शहर में महाकुंभ जैसा नजारा देखने को मिला। भारी भीड़ के कारण नैनीताल के मुख्य मार्गों पर 11 किलोमीटर लंबा जाम लग गया, जिससे यात्रियों को काफी परेशानी का...
नैनीताल: होली के बाद छुट्टियों का मजा लेने के लिए हजारों की संख्या में पर्यटक नैनीताल पहुंच गए, जिससे शहर में महाकुंभ जैसा नजारा देखने को मिला। भारी भीड़ के कारण नैनीताल के मुख्य मार्गों पर 11 किलोमीटर लंबा जाम लग गया, जिससे यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। नैनीताल की माल रोड, नैना देवी मंदिर, स्नो व्यू पॉइंट और नैनी झील के किनारे पर्यटकों की भारी भीड़ देखी गई।
शहर के होटल, गेस्ट हाउस और होम स्टे पूरी तरह फुल हो चुके हैं, जिससे नए आने वाले पर्यटकों को ठहरने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। पार्किंग व्यवस्था भी चरमराने लगी है, जिससे सड़कें वाहनों की कतारों से जाम हो गई हैं।
कैंची धाम तक लगा 11 किमी लंबा जाम
नैनीताल से बाबा नीम करौली के प्रसिद्ध कैंची धाम मंदिर तक श्रद्धालुओं और पर्यटकों का तांता लग गया। रविवार को कैंची धाम जाने वाले यात्रियों को 11 किलोमीटर लंबे जाम में फंसना पड़ा, जिससे उनका ढाई घंटे का सफर और लंबा हो गया।
कई श्रद्धालुओं ने पुलिस व्यवस्था पर सवाल उठाए, क्योंकि भारी भीड़ के चलते वाहनों की रफ्तार बेहद धीमी हो गई और सड़कों पर जाम के हालात बने रहे। कैंची धाम से मेहरागांव तक वाहनों की लंबी कतारों के कारण स्थानीय लोगों और पर्यटकों को काफी परेशानी हुई।
पर्यटन कारोबारियों को अच्छे सीजन की उम्मीद
नैनीताल होटल एसोसिएशन के सचिव वेद साह ने बताया कि पिछले कुछ वर्षों में बाबा नीम करौली महाराज के प्रति श्रद्धालुओं की आस्था तेजी से बढ़ी है, जिससे नैनीताल में भी पर्यटकों की संख्या में इजाफा हो रहा है। उन्होंने कहा कि 15 फरवरी से सैलानियों की आमद लगातार बनी हुई है और उम्मीद जताई कि आने वाले दिनों में पर्यटन सीजन और बेहतर रहेगा।
प्रशासन के लिए चेतावनी, व्यवस्थाएं संभालने की जरूरत
होली के बाद अचानक बढ़ी भीड़ ने स्थानीय प्रशासन और पुलिस व्यवस्था की पोल खोल दी। जिस तरह प्रयागराज महाकुंभ में भारी भीड़ के चलते जाम की समस्या देखी गई थी, ठीक वैसे ही हालात नैनीताल और कैंची धाम के रास्ते पर भी बने। देर रात तक सड़कों पर रेंगते वाहनों ने इस बात का संकेत दिया कि आने वाले पर्यटन सीजन में व्यवस्थाओं को और मजबूत करने की जरूरत है।