Edited By Rahul Rana,Updated: 25 Mar, 2025 12:24 PM

अहमदाबाद के पास बुलेट ट्रेन परियोजना स्थल पर निर्माण के लिए इस्तेमाल की जाने वाली 'सेगमेंटल लॉन्चिंग गैंट्री' के दुर्घटनावश अपने स्थान से फिसल जाने के 24 घंटे से अधिक समय के बाद इसे हटा लिया गया जिससे प्रभावित रेल लाइन पर ट्रेनों की आवाजाही बहाल हो...
नेशनल डेस्क: अहमदाबाद के पास बुलेट ट्रेन परियोजना स्थल पर निर्माण के लिए इस्तेमाल की जाने वाली 'सेगमेंटल लॉन्चिंग गैंट्री' के दुर्घटनावश अपने स्थान से फिसल जाने के 24 घंटे से अधिक समय के बाद इसे हटा लिया गया जिससे प्रभावित रेल लाइन पर ट्रेनों की आवाजाही बहाल हो गई। अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी। पश्चिम रेलवे ने अपने बयान में बताया कि राष्ट्रीय हाई-स्पीड रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (एनएचएसआरसीएल) के निर्माण स्थल पर यह हादसा रविवार रात करीब 11 बजे गेराटपुर-वटवा खंड में हुआ जिससे पास की रेलवे लाइन प्रभावित हुई और ओवरहेड इलेक्ट्रिक उपकरण (ओएचइ) के टूटने से ट्रेनों का संचालन बाधित हो गया। पश्चिम रेलवे के अहमदाबाद मंडल के एक अधिकारी ने बताया कि गैंट्री के हटाए जाने के बाद, पहली ट्रेन मंगलवार को सुबह पांच बजकर 36 मिनट पर इस रेल लाइन से गुजरी।
इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ, लेकिन इस दुर्घटना के कारण 38 ट्रेनों को पूरी तरह रद्द करना पड़ा। अधिकारी ने बताया कि गांधीनगर-मुंबई वंदे भारत एक्सप्रेस, अहमदाबाद-मुंबई शताब्दी एक्सप्रेस और एकता नगर-अहमदाबाद हेरिटेज स्पेशल सहित सात ट्रेनों को आंशिक रूप से रद्द करना पड़ा था। एनएचएसआरसीएल ने बताया कि प्रभावित गैंट्री को हटाने का कार्य सोमवार रात 11 बजकर 58 मिनट पर पूरा कर लिया गया। संस्था ने कहा कि गैंट्री को उठाने की प्रक्रिया को सावधानीपूर्वक योजनाबद्ध किया गया ताकि संरचना की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके और पास की रेलवे लाइन को और अधिक नुकसान से बचाया जा सके। रेलवे अधिकारियों के अनुसार, इस दुर्घटना में क्षतिग्रस्त ट्रैक और ओएचई को मंगलवार सुबह चार बजकर 45 मिनट पर पूरी तरह बहाल कर दिया गया। उन्होंने कहा कि पहली मालगाड़ी मंगलवार की सुबह पांच बजकर 36 मिनट पर और पहली यात्री ट्रेन छह बजकर छह मिनट पर इस मार्ग से गुजरी। पश्चिम रेलवे ने कहा, "हादसे में किसी यात्री या रेलवे कर्मचारी को कोई चोट नहीं आई। रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी और पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक बहाली कार्य की निगरानी के लिए मौके पर पहुंचे और जल्द से जल्द ट्रेनों की आवाजाही बहाल करने के लिए प्रयास किए।" प्रभावित ट्रेनों के यात्रियों को विभिन्न स्टेशनों पर स्थानीय धर्मार्थ संगठनों और एनजीओ के सहयोग से चाय, नाश्ता और पानी उपलब्ध कराया गया। यात्रियों की सहायता के लिए एक हेल्पलाइन भी स्थापित की गई थी।