Edited By Ashutosh Chaubey,Updated: 14 Feb, 2025 01:08 PM
अमेरिका का F-35 स्टेल्थ फाइटर जेट हमेशा चर्चा में रहता है, खासकर जब यह अन्य देशों को बेचे जाने की बात आती है। हाल ही में, अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत को इस फाइटर जेट का ऑफर दिया है, लेकिन एलन मस्क, जो स्पेसएक्स और टेस्ला जैसे...
इंटरनेशनल डेस्क: अमेरिका का F-35 स्टेल्थ फाइटर जेट हमेशा चर्चा में रहता है, खासकर जब यह अन्य देशों को बेचे जाने की बात आती है। हाल ही में, अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत को इस फाइटर जेट का ऑफर दिया है, लेकिन एलन मस्क, जो स्पेसएक्स और टेस्ला जैसे बड़े प्रोजेक्ट्स के लिए प्रसिद्ध हैं, ने इस फाइटर जेट पर सवाल उठाए हैं। मस्क ने इसे "महंगा कबाड़" बताया है और इसका डिज़ाइन भी सवालों के घेरे में रखा है। तो आइए जानते हैं F-35 के बारे में विस्तार से और क्यों एलन मस्क ने इसे लेकर इतने कड़े बयान दिए हैं।
F-35 एक स्टेल्थ फाइटर जेट की पहचान
F-35 लाइटनिंग 2 एक स्टेल्थ मल्टीरोल कॉम्बैट एयरक्राफ्ट है, जिसे लॉकहीड मार्टिन कंपनी द्वारा निर्मित किया गया है। यह विमान खासतौर पर एयर सुपीरियॉरिटी और स्ट्राइक मिशन के लिए डिजाइन किया गया है, लेकिन इसके अलावा यह इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर, जासूसी, सर्विलांस और रीकॉन्सेंस जैसे महत्वपूर्ण कार्य भी कर सकता है। इस फाइटर जेट के तीन प्रमुख वैरिएंट्स हैं: F-35A (कन्वेंशनल टेक-ऑफ और लैंडिंग), F-35B (शॉर्ट टेक-ऑफ और वर्टिकल लैंडिंग), और F-35C (कैरियर-बेस्ड)। यह जेट अमेरिका के लिए एक महत्वपूर्ण एयरक्राफ्ट बन चुका है और कई अन्य देशों को भी इस जेट की पेशकश की गई है।
एलन मस्क का बयान "महंगा कबाड़"
एलन मस्क, जो अपने बेमिसाल विचारों और बेबाक बयानों के लिए जाने जाते हैं, ने F-35 के बारे में अपने विचार ट्विटर पर व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि F-35 स्टेल्थ जेट एक महंगा और जटिल विमान है जो कई कार्यों में सक्षम होने का दावा करता है, लेकिन कोई एक काम में भी माहिर नहीं है। मस्क ने यह भी कहा कि यह विमान पायलटों के लिए खतरे का कारण बन सकता है और यह मानवयुक्त लड़ाकू जेट विमानों का युग समाप्त होने की ओर इशारा करता है, क्योंकि अब ड्रोन तकनीकी दृष्टि से बेहतर विकल्प साबित हो रही है।
F-35 का इतिहास, दुर्घटनाओं और दावों का सिलसिला
F-35 के बारे में सबसे चिंताजनक पहलू उसकी दुर्घटनाओं का इतिहास है। यह विमान कई बार क्रैश हो चुका है, जिससे इसे लेकर उठने वाले सवालों की संख्या बढ़ी है। एक विमान दुर्घटना में अमेरिका को करीब 832 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। पिछले साल न्यू मेक्सिको में भी एक F-35 जेट क्रैश हुआ था। इससे पहले, साउथ कैरोलिना में भी इसी तरह की एक दुर्घटना हुई थी, जिसमें विमान का मलबा एक घर के पास मिला था। इन दुर्घटनाओं से F-35 के डिजाइन और सुरक्षा पर सवाल उठ रहे हैं।
F-35 की विशेषताएँ क्या है इसकी ताकत?
F-35 स्टेल्थ जेट की कुछ महत्वपूर्ण विशेषताएँ इसे अन्य विमानों से अलग बनाती हैं। इसकी अधिकतम गति 1976 किलोमीटर प्रति घंटा है, और यह 50,000 फीट तक की ऊंचाई तक उड़ सकता है। इस विमान का कॉम्बैट रेंज 1239 किलोमीटर है, जो इसे लंबी दूरी के मिशन के लिए सक्षम बनाता है। इसमें 4 बैरल वाली 25 मिमी की रोटरी कैनन है, जो एक मिनट में 180 गोलियां दागने की क्षमता रखती है। इसके अलावा, इसमें चार अंदरूनी और छह बाहरी हार्डप्वाइंट्स होते हैं, जिन पर हवा से हवा, हवा से सतह, हवा से शिप और एंटी-शिप मिसाइलें तैनात की जा सकती हैं। इसके अलावा, विभिन्न प्रकार के बमों की तैनाती भी की जा सकती है।
F-35 की कीमत: क्या भारत को मिलना चाहिए यह जेट?
F-35 के तीनों वैरिएंट्स की कीमत 80 से 150 मिलियन डॉलर (694 से 1303 करोड़ रुपये) के बीच है, जो इसे एक महंगा फाइटर जेट बनाता है। ट्रंप के भारत को इस जेट की पेशकश करने के बावजूद, एलन मस्क का मानना है कि यह एक महंगा और अनावश्यक निवेश हो सकता है। मस्क का कहना है कि यह विमान कई तरह के काम कर सकता है, लेकिन किसी एक काम में भी यह विशेष नहीं है, और ड्रोन के ज़माने में यह एक बेकार निवेश साबित हो सकता है।
भारत के लिए क्या है विकल्प?
भारत, जो अपनी सैन्य शक्ति को और मजबूत करने के लिए नए फाइटर जेट की तलाश कर रहा है, के पास अब इस बारे में गंभीर विचार करने का मौका है। भारत के पास पहले से ही राफेल जैसे आधुनिक फाइटर जेट्स हैं, और इन जेट्स की क्षमता की तुलना में F-35 के फायदे और नुकसान पर विचार करना जरूरी होगा। इसके अलावा, ड्रोन और अन्य तकनीकी विकल्पों की बढ़ती उपस्थिति के कारण, भारत को अपनी सैन्य योजनाओं में किसी भी संभावित नई तकनीक को शामिल करने से पहले सभी पहलुओं पर विचार करना चाहिए।