Edited By Radhika,Updated: 27 Jan, 2025 12:39 PM
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के सत्ता में आते ही भारतीयों के लिए मुश्किलें बढ़ने लगीं हैं। ट्रंप ने अमेरिका में प्रवासियों की संख्या को सीमित करने के लिए कई कड़े आदेश लागू किए हैं। इसके साथ ही उन्होंने birthright citizenship के अधिकार को खत्म...
नेशनल डेस्क: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के सत्ता में आते ही भारतीयों के लिए मुश्किलें बढ़ने लगीं हैं। ट्रंप ने अमेरिका में प्रवासियों की संख्या को सीमित करने के लिए कई कड़े आदेश लागू किए हैं। इसके साथ ही उन्होंने birthright citizenship के अधिकार को खत्म करने का आदेश भी जारी किया है। अमेरिका के न्यू जर्सी के नेवार्क एयरपोर्ट पर हाल ही में एक घटना ने इन चिंताओं को और बढ़ा दिया है।
इंडियन कपल को एयरपोर्ट पर नहीं मिली एंट्री-
बी-1/बी-2 विजिटर वीजा पर अपने बच्चों से मिलने अमेरिका आए एक भारतीय जोड़े को वापसी टिकट नहीं दिखाने के कारण अमेरिका में एंट्री नहीं दी गई। उन्हें एयरपोर्ट से ही भारत वापस भेज दिया गया। अमेरिकी अधिकारियों ने कहा कि 2025 के इमिग्रेशन नियमों के अनुसार, जो लोग विजिटर वीजा पर अमेरिका आते हैं, उनके पास वापसी का टिकट होना जरूरी है।
यात्रियों के बीच बनी भम्र की स्थिति-
रिटर्न टिकट जरूरी बनाने के नए नियम ने यात्रियों के बीच चिंता बढ़ा दी है। भारतीय जोड़े को इस बात की जानकारी नहीं थी कि अगर उनके पास वापसी टिकट नहीं है, तो उन्हें अमेरिका में एंट्री नहीं मिलेगी। इसके बारे में कोई जानकारी भी नहीं दी गई थी, जिससे यात्रियों में भ्रम की स्थिति बन गई।
इस नए नियम के अचानक लागू होने से कई यात्री यह सोच रहे हैं कि शायद आगे और कड़े इमिग्रेशन नियम बन सकते हैं। अमेरिकी इमिग्रेशन अधिकारियों से सही सूचना न मिलने के कारण लोग और ज्यादा परेशान हो रहे हैं।
सरकार ने की सावधानी बरतने की अपील-
अमेरिका में इमिग्रेशन नियमों में हो रहे अचानक बदलाव को देखते हुए भारत सरकार ने यात्रियों से सावधानी बरतने की अपील की है। सरकार ने कहा है कि यात्रियों को अपने यात्रा से पहले सभी जरूरी दस्तावेज जैसे वापसी टिकट और यात्रा योजना का प्रमाण लेना सुनिश्चित करना चाहिए।
साथ ही, यात्रियों को सलाह दी गई है कि वे नए इमिग्रेशन नियमों के बारे में जानकारी के लिए सरकारी वेबसाइट और ट्रैवल एजेंट से संपर्क करें।
ट्रंप की नीतियों ने बढ़ाई चिंता-
ट्रंप की सख्त नीतियों ने भारतीयों की चिंता बढ़ा दी है। ट्रंप ने एच-1बी वीजा प्रोग्राम में बदलाव के संकेत दिए हैं, यह कहते हुए कि इस वीजा के जरिए केवल वही विदेशी अमेरिका आएं, जो अपने काम में कुशल हों। साथ ही, उन्होंने जन्म से मिलने वाली नागरिकता को समाप्त करने का आदेश भी दिया है, जिससे अमेरिका में रहने वाले कई भारतीयों की मुश्किलें बढ़ गई हैं।
20 जनवरी को राष्ट्रपति बनने के बाद ट्रंप ने जन्मसिद्ध नागरिकता खत्म करने का आदेश दिया और इसे लागू करने के लिए 20 फरवरी तक का समय दिया। इससे कई भारतीय महिलाएं जो प्रेग्नेंट हैं, वे समय से पहले सी-सेक्शन डिलीवरी करा रही हैं ताकि उनका बच्चा और वे अमेरिकी नागरिकता से वंचित न रह जाएं। हालांकि अमेरिका की कई जिला अदालतों ने ट्रंप के आदेश पर अस्थायी रोक लगा दी है और उसे असंवैधानिक करार दिया है।