Edited By Rahul Rana,Updated: 30 Mar, 2025 05:55 PM

दिल्ली पुलिस ने अवैध रूप से भारत में रह रहे दो बांग्लादेशी नागरिकों को हिरासत में लिया है। यह कार्रवाई दिल्ली में चलाए जा रहे अवैध प्रवासियों की पहचान और निर्वासन अभियान के तहत की गई। हिरासत में ली गई महिलाएं, आतिफा (24) और आसमा (24), बांग्लादेश के...
नेशनल डेस्क: दिल्ली पुलिस ने अवैध रूप से भारत में रह रहे दो बांग्लादेशी नागरिकों को हिरासत में लिया है। यह कार्रवाई दिल्ली में चलाए जा रहे अवैध प्रवासियों की पहचान और निर्वासन अभियान के तहत की गई। हिरासत में ली गई महिलाएं, आतिफा (24) और आसमा (24), बांग्लादेश के फरीदपुर और नरसिंगडी क्षेत्रों से हैं। पुलिस ने बताया कि ये महिलाएं कथित तौर पर नदी मार्ग से भारत में अवैध रूप से प्रवेश कर चुकी थीं।
गुप्त सूचना और छापेमारी के बाद गिरफ्तारी
पुलिस के अनुसार, यह गिरफ्तारी गुप्त सूचना पर आधारित थी। पुलिस टीम ने दिल्ली के मंडावली इलाके में सत्यापन अभियान चलाया और कई स्थानों पर छापेमारी की, जिसके बाद दोनों महिलाएं हिरासत में ली गईं। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि इन दोनों महिलाओं ने दिल्ली में विभिन्न स्थानों पर ठिकाने बदल-बदल कर अपनी पहचान छुपाने की कोशिश की थी, ताकि वे पकड़ी न जाएं।
भारत में प्रवेश के तरीके का खुलासा
पूछताछ के दौरान, दोनों महिलाओं ने स्वीकार किया कि उन्होंने कोलकाता के रास्ते भारत में प्रवेश किया था और फिर ट्रेन से दिल्ली पहुंची थीं। दोनों महिलाएं नदी मार्ग से अवैध रूप से सीमा पार करके भारत आईं थीं। पुलिस अब इस मामले में और जांच कर रही है, और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि वे लोग कौन थे जिन्होंने इन महिलाओं को भारत में प्रवेश करने में मदद की और उन्हें ठिकाना दिया।
विदेशियों के पंजीकरण कार्यालय (एफआरआरओ) के माध्यम से निर्वासन की प्रक्रिया
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि दोनों महिलाओं को उनके देश वापस भेजने की प्रक्रिया विदेशियों के क्षेत्रीय पंजीकरण कार्यालय (एफआरआरओ) के माध्यम से की जा रही है। उनके निर्वासन की प्रक्रिया जल्द ही पूरी की जाएगी। इस मामले में कानूनी कार्रवाई भी शुरू कर दी गई है।
अवैध प्रवासियों के खिलाफ पुलिस का अभियान
दिल्ली पुलिस ने पिछले साल नवंबर में अवैध प्रवासियों के खिलाफ एक बड़ा अभियान शुरू किया था। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य अवैध रूप से भारत में रह रहे विदेशी नागरिकों की पहचान करना और उन्हें निर्वासित करना है। पुलिस का कहना है कि यह अभियान भविष्य में भी जारी रहेगा और ऐसे अवैध प्रवासियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।