Edited By Parminder Kaur,Updated: 17 Dec, 2024 10:51 AM
भोगपुर के गांव लड़ोई में गीजर की गैस लीक होने से एक दर्दनाक हादसा हुआ, जिसमें 12 साल की प्रभजोत कौर और 10 साल की शरनजोत कौर की मौत हो गई। यह हादसा तब हुआ, जब दोनों बहनें बाथरूम में कपड़े धोने के लिए गई थीं। यह खबर जैसे ही मीडिया में आई। पूरे इलाके...
नेशनल डेस्क. भोगपुर के गांव लड़ोई में गीजर की गैस लीक होने से एक दर्दनाक हादसा हुआ, जिसमें 12 साल की प्रभजोत कौर और 10 साल की शरनजोत कौर की मौत हो गई। यह हादसा तब हुआ, जब दोनों बहनें बाथरूम में कपड़े धोने के लिए गई थीं। यह खबर जैसे ही मीडिया में आई। पूरे इलाके में शोक की लहर दौड़ गई।
घटना की जानकारी
मृतक बहनें प्रभजोत कौर (12) और शरनजोत कौर (10) के माता-पिता अलग-अलग देशों में रहते हैं। मां तानिया दुबई और पिता संदीप कुमार पुर्तगाल में काम करते हैं। दोनों बच्चियों की देखभाल दादा-दादी करते थे। इस दुखद घटना के बाद तानिया जब दुबई से भारत लौटीं, तो सोमवार दोपहर को दोनों बच्चियों का संस्कार किया गया। थाना भोगपुर के एसएचओ यादविंदर सिंह ने बताया कि जांच के दौरान यह सामने आया कि दोनों बच्चियां अपनी वॉशिंग मशीन में कपड़े डालने के बाद बाथरूम में गई थीं, जहां गीजर की गैस लीक हो गई और यह हादसा हुआ।
परिवार का दुख
संदीप कुमार और तानिया के तीन बच्चे प्रभजोत, शरनजोत और 8 साल का बेटा हरजोत सिंह थे। हरजोत सिंह ने पुलिस को बताया कि रविवार को दादी किसी काम से घर से बाहर गई थीं, जबकि वे दोनों बहनें खेल रही थीं। जब दादी और दादा लौटे तो उन्हें घर में दोनों बहनें मृत पड़ी हुई मिलीं। दादा-दादी का कहना था कि वे बच्चों को हंसते-खेलते छोड़कर गए थे, लेकिन जब लौटे तो उनके सामने यह दिल दहला देने वाली स्थिति थी।
गीजर से गैस लीक के कारण मौत
इस हादसे की वजह गीजर से लीक होने वाली गैस को बताया जा रहा है। गीजर से कार्बन मोनोऑक्साइड और नाइट्रोजन ऑक्साइड जैसी खतरनाक गैसें निकलती हैं, जो शरीर के लिए बेहद नुकसानदेह होती हैं। अगर गीजर को सिलेंडर से जोड़ा जाता है, तो उसमें लिक्विड पेट्रोलियम गैस (एलपीजी) का इस्तेमाल होता है, जिसमें ब्यूटेन और प्रोपेन गैस होती हैं। जलने पर ये गैसें कार्बन डाइऑक्साइड (CO2) का रूप ले लेती हैं, जो शरीर में प्रवेश कर रक्त कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाती हैं। इससे हीमोग्लोबिन ब्लॉक हो जाता है और शरीर में ऑक्सीजन का प्रवाह कम हो जाता है, जब शरीर में कार्बन डाइऑक्साइड गैस जाती है, तो व्यक्ति सबसे पहले बेहोश हो जाता है। अगर गैस का लीक जारी रहता है तो यह मौत का कारण बन सकती है, जैसा कि इस हादसे में हुआ।
हादसे के बाद की स्थिति
इस दर्दनाक हादसे ने पूरे गांव को शोक में डुबो दिया है। परिवार के सदस्य खुद को दोषी मान रहे हैं और मां तानिया तो पूरी तरह से टूट चुकी हैं। इस हादसे ने गीजर से गैस लीक होने के खतरों को एक बार फिर उजागर किया है।
सावधानी बरतने की जरूरत
इस घटना ने यह साबित कर दिया है कि गीजर का इस्तेमाल करते समय सुरक्षा बहुत जरूरी है। यदि गीजर का सही तरीके से मेंटेनेंस न किया जाए, तो यह गैस लीक करने का कारण बन सकता है, जो जानलेवा हो सकता है। घरों में गीजर का इस्तेमाल करते वक्त विशेष सावधानी बरतनी चाहिए और गैस लीक होने की स्थिति में तुरंत नजदीकी अस्पताल से संपर्क करना चाहिए।