Edited By Ashutosh Chaubey,Updated: 04 Feb, 2025 01:26 PM
समाजवादी पार्टी (सपा) के दो लोकसभा सांसदों ने इस्तीफा देने की धमकी दी है, जो राजनीति के गलियारों में सनसनी मचाने वाला बयान बन गया है। इन सांसदों में सपा प्रमुख और कन्नौज से लोकसभा सांसद अखिलेश यादव और फैजाबाद से सपा सांसद अवधेश प्रसाद का नाम शामिल...
नेशनल डेस्क: समाजवादी पार्टी (सपा) के दो लोकसभा सांसदों ने इस्तीफा देने की धमकी दी है, जो राजनीति के गलियारों में सनसनी मचाने वाला बयान बन गया है। इन सांसदों में सपा प्रमुख और कन्नौज से लोकसभा सांसद अखिलेश यादव और फैजाबाद से सपा सांसद अवधेश प्रसाद का नाम शामिल है। दोनों ने अलग-अलग कारणों से इस्तीफा देने की बात कही है, जिसके बाद इस मुद्दे पर सियासी तूफान खड़ा हो गया है।
अवधेश प्रसाद ने किया इस्तीफा देने का ऐलान
फैजाबाद से सांसद अवधेश प्रसाद ने दलित युवती की हत्या के मामले को लेकर अपनी चिंता जताई थी। उन्होंने प्रेस वार्ता के दौरान फफक-फफक कर कहा कि अगर दलित बेटी को न्याय नहीं मिलता है, तो वह अपने लोकसभा सदस्य के पद से इस्तीफा दे देंगे। उनकी इस बात पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कड़ी प्रतिक्रिया दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह एक नौटंकी है, और अगर कोई जांच होगी, तो उसमें भी सपा के नेताओं का नाम सामने आ सकता है।
अखिलेश यादव ने इस्तीफे का दिया बयान
वहीं, अखिलेश यादव ने मंगलवार को लोकसभा में महाकुंभ भगदड़ पर सरकार से सवाल किया। इसके बाद राष्ट्रपति के अभिभाषण पर जवाब देते हुए, उन्होंने कहा कि अगर उनका बयान गलत साबित होता है, तो वह अपना इस्तीफा दे देंगे। उनकी इस बात पर बीजेपी सांसदों ने उनकी टोका-टोकी की, जिस पर अखिलेश यादव ने नाराज होकर यह बयान दिया। इस बयान के बाद सियासी हलकों में चर्चाएं तेज हो गईं।
केंद्रीय मंत्री का अखिलेश यादव पर पलटवार
केंद्रीय मंत्री बीएल वर्मा ने अखिलेश यादव के बयान का जवाब देते हुए कहा कि कुंभ में जो घटना घटी, वह एक हादसा था और समाजवादी पार्टी को इस हादसे पर राजनीति नहीं करनी चाहिए। वर्मा ने आरोप लगाया कि सपा इस घटना का राजनीतिक लाभ उठाने की कोशिश कर रही है।
अखिलेश यादव का शोक संवेदना पर सवाल
अखिलेश यादव ने यह भी कहा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस हादसे पर शोक संवेदना व्यक्त नहीं की। उन्होंने आरोप लगाया कि जबकि राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने शोक संवेदना व्यक्त की थी, राज्य सरकार ने 17 घंटे बाद इसे स्वीकार किया। उनका कहना था कि यह लोग सच्चाई को अब भी स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं।
इस्तीफा देने की धमकी के बाद सियासी संकट
अखिलेश यादव और अवधेश प्रसाद के इस्तीफा देने की धमकी से सपा के अंदर और बाहर सियासी हलचल तेज हो गई है। दोनों नेताओं के बयानों ने यह सवाल उठाया है कि क्या यह सिर्फ राजनीति का हिस्सा है या फिर वाकई में इन मुद्दों पर कोई गंभीर कदम उठाने की जरूरत है।