Edited By Tanuja,Updated: 07 Jul, 2024 11:40 AM
इस बार ब्रिटेन के चुनाव परिणाम ऐतिहासिक रहे क्योंकि 14 साल की सत्ता के बाद न सिर्फ कंजर्वेटिव पार्टी को हटा दिया गया बल्कि इस....
इंटरनेशनल डेस्क: इस बार ब्रिटेन के चुनाव परिणाम ऐतिहासिक रहे क्योंकि 14 साल की सत्ता के बाद न सिर्फ कंजर्वेटिव पार्टी को हटा दिया गया बल्कि इस चुनाव में सबसे अधिक संख्या में महिला सांसद और भारतीय मूल के लोग हाउस ऑफ कॉमन्स में चुने गए। संसद की 650 सीटों में से 264 पर महिलाएं होंगी, जबकि 2019 में पिछले चुनावों में 220 सीटें महिलाओं के पास थीं। इसी तरह, नव निर्वाचित संसद में 26 सांसद भारतीय मूल के हैं, जबकि 2019 में यह संख्या 15 थी। कीर स्टारमर की कैबिनेट में कैबिनेट पदों पर रिकॉर्ड संख्या में महिलाओं को शामिल किया जा रहा है।
लेबर पार्टी की राजनीतिज्ञ और अर्थशास्त्री रेचल रीव्स को चांसलर ऑफ द एक्सचेकर नियुक्त किया गया है, जो इस प्रतिष्ठित पद को संभालने वाली पहली महिला हैं। रीव्स ने इसे "सम्मान" और "ऐतिहासिक जिम्मेदारी" बताते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर पोस्ट किया कि "यह पढ़ने वाली हर युवा लड़की और महिला को, आज यह दिखाना है कि आपकी महत्वाकांक्षाओं की कोई सीमा नहीं होनी चाहिए"। ब्रिटेन ने हाउस ऑफ कॉमन्स में रिकॉर्ड संख्या में 26 भारतीय मूल के सांसदों और 264 महिलाओं को चुना है। लेबर पार्टी की राजनीतिज्ञ रेचल रीव्स को चांसलर ऑफ द एक्सचेकर नियुक्त किया गया है, जो इस पद पर आसीन होने वाली पहली महिला हैं। भारतीय मूल के सांसदों में से 6 कंजर्वेटिव पार्टी के हैं, जिनमें ऋषि सुनक भी शामिल हैं।
लेबर सांसद लिसा नंदी भारतीय मूल के 26 निर्वाचित प्रतिनिधियों में से एक हैं। प्रधानमंत्री केअर स्टॉर्मर के मंत्रिमंडल में भारतीय मूल की लीसा नंदी समेत रिकॉर्ड 11 महिलाएं शामिल हैं। उत्तर-पश्चिम इंग्लैंड के विगन संसदीय क्षेत्र से भारी अंतर के साथ पुनर्निर्वाचित होने वालीं लीसा नंदी (44) शनिवार को ब्रिटेन की संस्कृति, मीडिया एवं खेल मंत्री के रूप में अपना पदभार ग्रहण करेंगी। आम चुनाव में प्रचंड जीत दर्ज करने वाले स्टॉर्मर के मंत्रिमंडल में शामिल 11 महिलाओं में रेचेल रीव्स (वित्तमंत्री), एंजेला रेनर (उप प्रधानमंत्री) भी शामिल हैं। दोनों ने इतिहास रचा है क्योंकि रीव्स के तौर पर ब्रिटेन को पहली महिला वित्तमंत्री मिली हैं, वहीं रेनर उप प्रधानमंत्री के पद पर आसीन होने वाली दूसरी महिला हैं।
चुनावों में लेबर पार्टी की शानदारी जीत के बाद स्टॉर्मर ने शुक्रवार को तुरंत अपनी शीर्ष टीम की घोषणा करते हुए नयी सरकार के कामकाज की शुरुआत कर दी थी। नंदी ने सोशल मीडिया पर कहा कि ब्रिटेन के संस्कृति, मीडिया और खेल विभाग (DCMS ) का प्रमुख बनना एक ‘अकल्पनीय विशेषाधिकार' है। लीसा (44) जनवरी 2020 में लेबर पार्टी के अध्यक्ष पद के लिए चुनावों में अंतिम तीन दावेदारों में से एक थीं, जहां उनका सामना स्टॉर्मर और एक अन्य उम्मीदवार से था। लीसा तब से स्टॉर्मर के शैडो कैबिनेट (छाया मंत्रिमंडल) में काम कर रही थी।
ब्रिटेन में सरकार की खामिया उजागर करने के लिए विपक्ष भी नेता प्रतिपक्ष के नेतृत्व में अपना छाया मंत्रिमंडल गठित करता है। लीसा, ऋषि सुनक के नेतृत्व वाले कंजर्वेटिव पार्टी की सरकार में संस्कृति मंत्रालय का कार्यभार संभाल रही लूसी फ्रेजर की जगह लेंगी। ब्रिटेन के संसदीय चुनावों में कंजर्वेटिव पार्टी को बड़ी हार का सामना करना पड़ा है। कलकत्ता में जन्मे अकादमिक दीपक नंदी और अंग्रेज महिला लुइस बायर्स की बेटी लीसा नंदी का जन्म मैनचेस्टर में हुआ। लीसा नंदी ने अतीत में लेबर पार्टी के सम्मेलनों के दौरान अपनी भारतीय विरासत के बारे में बात की है। उनके पिता ब्रिटेन में नस्ल संबंध (रेस रिलेशन) के क्षेत्र में अपने काम के लिए जाने जाते थे।