Edited By Anu Malhotra,Updated: 02 Nov, 2024 01:39 PM
1 नवंबर 2024 से, UPI Lite में दो अहम बदलाव हो रहे हैं, जिससे Google Pay, PhonePe और Paytm जैसे UPI प्लेटफॉर्म के यूजर्स को अधिक सुविधा मिलेगी। नेशनल पेमेंट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने यूपीआई लाइट में ट्रांजैक्शन लिमिट और ऑटो-टॉप-अप की सुविधा में...
नेशनल डेस्क: 1 नवंबर 2024 से, UPI Lite में दो अहम बदलाव हो रहे हैं, जिससे Google Pay, PhonePe और Paytm जैसे UPI प्लेटफॉर्म के यूजर्स को अधिक सुविधा मिलेगी। नेशनल पेमेंट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने यूपीआई लाइट में ट्रांजैक्शन लिमिट और ऑटो-टॉप-अप की सुविधा में सुधार किया है।
UPI लाइट के महत्वपूर्ण बदलाव
ट्रांजैक्शन लिमिट बढ़ाई गई: आरबीआई ने UPI लाइट की ट्रांजैक्शन सीमा को बढ़ा दिया है, जिससे अब यूजर्स पहले से अधिक मात्रा में छोटे भुगतान कर सकेंगे।
ऑटो-टॉप-अप: यदि UPI लाइट वॉलेट का बैलेंस एक निर्धारित सीमा से कम हो जाता है, तो वह अपने आप उपयोगकर्ता के बैंक खाते से टॉप-अप हो जाएगा। इससे भुगतान में कोई रुकावट नहीं आएगी।
UPI लाइट क्या है?
UPI लाइट, Google Pay, PhonePe और Paytm जैसे सभी UPI प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध है। यह एक डिजिटल वॉलेट सेवा है जो छोटे लेनदेन को बिना पिन या पासवर्ड के आसान बनाती है। NPCI ने UPI लाइट वॉलेट के लिए 2,000 रुपये की अधिकतम टॉप-अप सीमा तय की है, जिसे अब उपयोगकर्ता मैन्युअली और ऑटो-टॉप-अप दोनों तरह से भर सकते हैं।
ऑटो-पे बैलेंस सेवा कैसे काम करती है?
सेवा इनेबल करना: UPI लाइट में ऑटो-पे बैलेंस सर्विस एक्टिवेट करने के लिए यूजर को अपने खाते में एक न्यूनतम सीमा तय करनी होगी। जैसे ही बैलेंस इस सीमा से कम होगा, यह स्वचालित रूप से टॉप-अप हो जाएगा।
प्रतिदिन 5 बार टॉप-अप की सीमा: NPCI ने यह भी निर्धारित किया है कि यूजर्स दिन में 5 बार तक ही अपने वॉलेट को टॉप-अप कर सकेंगे।
ऑटो-टॉप-अप का विकल्प न लेने पर, यूजर मैन्युअली भी UPI लाइट वॉलेट को टॉप-अप कर सकते हैं। इस सुविधा से छोटे भुगतानों में तेजी आएगी और कैशलेस भुगतान और भी आसान होगा।