Edited By Mahima,Updated: 28 Dec, 2024 11:49 AM
वॉलेट से UPI के जरिए पैसे भेज और प्राप्त किए जा सकते हैं। इसका लाभ केवल फुल केवाईसी वाले उपयोगकर्ताओं को मिलेगा। इसके साथ ही, PPI और UPI के बीच लेन-देन अब थर्ड-पार्टी UPI ऐप्स के जरिए हो सकेगा, जिससे डिजिटल भुगतान प्रणाली में आसानी और विस्तार होगा।
नेशनल डेस्क: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने एक महत्वपूर्ण घोषणा की है, जिसके तहत प्रीपेड पेमेंट्स इंस्ट्रूमेंट्स (PPI) को यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) से जोड़ने की अनुमति दी गई है। इससे अब PPI वाले उपयोगकर्ता UPI के माध्यम से पैसे भेज और प्राप्त कर सकेंगे। पहले, PPI का इस्तेमाल केवल अपने वॉलेट जारीकर्ता के भुगतान प्रणाली के अंदर किया जा सकता था, लेकिन अब यह इंटरऑपरेबल हो गया है, जिसका मतलब है कि उपयोगकर्ता किसी भी थर्ड-पार्टी UPI ऐप जैसे PhonePe, Google Pay, या Paytm के जरिए PPI वॉलेट से लेन-देन कर सकेंगे।
पहले की स्थिति में, अगर दो वॉलेट्स के बीच लेन-देन करना होता था, तो यह केवल तब संभव था जब दोनों पक्षों का टीपीएपी (तीसरे पक्ष के ऐप्लिकेशन प्रदाता) एक ही हो। इसका मतलब था कि एक वॉलेट से दूसरे वॉलेट में पैसे भेजने के लिए दोनों का एक ही ऐप्लिकेशन होना चाहिए था। अब, RBI के नए नियमों के बाद, यह प्रक्रिया सरल हो गई है। अब एक PPI उपयोगकर्ता UPI के माध्यम से पैसे भेजने या प्राप्त करने के लिए किसी भी टीपीएपी का उपयोग कर सकता है।
RBI ने यह भी स्पष्ट किया है कि PPI जारीकर्ता, जो अपने उपयोगकर्ताओं के लिए फुल केवाईसी (पूर्ण पहचान प्रमाण) की प्रक्रिया पूरी कर चुके हैं, उन्हें अब UPI भुगतान की सुविधा देने का अधिकार होगा। हालांकि, PPI जारीकर्ता अपने प्लेटफार्म पर अन्य PPI के उपयोगकर्ताओं को सेवा नहीं दे सकेंगे। इसका मतलब यह है कि एक PPI उपयोगकर्ता केवल उन्हीं ऐप्स के जरिए UPI भुगतान कर सकता है जिन्होंने अपनी प्लेटफॉर्म पर इस सुविधा को सक्रिय किया है।
इस पहल के माध्यम से, PPI और UPI के बीच कड़ी जोड़ने से डिजिटल भुगतान प्रणाली में और भी सुविधा होगी, जिससे उपभोक्ताओं को अधिक विकल्प और सहज लेन-देन की सुविधा मिलेगी। अब वे बैंक और गैर-बैंक दोनों तरह के भुगतान सेवा प्रदाताओं के UPI हैंडल का उपयोग कर सकते हैं, और यह कार्य उन ऐप्स द्वारा किया जाएगा जो भुगतान सेवा प्रदाता के रूप में काम कर रहे हैं। RBI के इस कदम से डिजिटल वॉलेट उपयोगकर्ताओं के लिए UPI के साथ उनके PPI वॉलेट्स के बीच लेन-देन और भी सुगम और पारदर्शी हो जाएगा, जिससे भारत की डिजिटल भुगतान प्रणाली और सशक्त बनेगी।