Edited By Harman Kaur,Updated: 04 Oct, 2024 01:03 PM
अमेरिकी अंतरराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता आयोग (USCIRF) ने भारत में धार्मिक स्वतंत्रता की स्थिति को लेकर चिंता व्यक्त की है। आयोग ने भारत को ‘‘विशेष चिंता वाला देश’’ घोषित करने की सिफारिश की है। USCIRF के वरिष्ठ नीति विश्लेषक सीमा हसन द्वारा तैयार की...
नेशनल डेस्क: अमेरिकी अंतरराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता आयोग (USCIRF) ने भारत में धार्मिक स्वतंत्रता की स्थिति को लेकर चिंता व्यक्त की है। आयोग ने भारत को ‘‘विशेष चिंता वाला देश’’ घोषित करने की सिफारिश की है। USCIRF के वरिष्ठ नीति विश्लेषक सीमा हसन द्वारा तैयार की गई। रिपोर्ट में उल्लेख किया गया है कि भारत में धार्मिक अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसक हमलों और उनके पूजा स्थलों पर हमले बढ़ रहे हैं। रिपोर्ट में सरकारी अधिकारियों द्वारा नफरती भाषण और गलत सूचनाओं के इस्तेमाल का भी जिक्र किया गया है, जिससे हालात और बिगड़ रहे हैं।
अमेरिकी विदेश विभाग ने अभी तक इस सिफारिश को स्वीकार नहीं किया है। USCIRF ने अपनी वार्षिक रिपोर्ट में बताया कि 2024 में धार्मिक समूहों के सदस्यों की हत्या, पिटाई और मनमाने ढंग से गिरफ्तारियों की घटनाएं हुई हैं। इसके अलावा, कई धार्मिक स्थलों को ध्वस्त किया गया है, जो कि धार्मिक स्वतंत्रता का गंभीर उल्लंघन है। भारत सरकार ने USCIRF के सदस्यों को देश में वीजा देने से इनकार किया है, यह कहते हुए कि यह उसके आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप है।
भारत और कई भारतीय-अमेरिकी संगठनों ने पहले भी USCIRF पर पक्षपाती और एजेंडा-संचालित रिपोर्टिंग का आरोप लगाया है, जिसमें भारत को बदनाम करने का प्रयास किया गया है। इस प्रकार, अमेरिकी आयोग की रिपोर्ट ने भारत में धार्मिक स्वतंत्रता की गंभीर स्थिति को उजागर किया है, जबकि भारतीय सरकार ने इससे संबंधित आरोपों को खारिज किया है।