Edited By Anu Malhotra,Updated: 27 Oct, 2024 12:19 PM
अमेरिका ने हाल ही में अवैध रूप से रह रहे भारतीय नागरिकों को वापस भेजा है। अमेरिकी होमलैंड सिक्योरिटी विभाग के अनुसार, 22 अक्टूबर को एक चार्टर्ड फ्लाइट के जरिए इन भारतीयों को भारत भेजा गया। इस कार्रवाई में अमेरिका का इमिग्रेशन और कस्टम एनफोर्समेंट...
नई दिल्ली: अमेरिका ने हाल ही में अवैध रूप से रह रहे भारतीय नागरिकों को वापस भेजा है। अमेरिकी होमलैंड सिक्योरिटी विभाग के अनुसार, 22 अक्टूबर को एक चार्टर्ड फ्लाइट के जरिए इन भारतीयों को भारत भेजा गया। इस कार्रवाई में अमेरिका का इमिग्रेशन और कस्टम एनफोर्समेंट विभाग भी शामिल था। हालांकि, वापस भेजे गए लोगों की संख्या का खुलासा नहीं किया गया है।
सूत्रों के मुताबिक, यह कार्रवाई अमेरिका और भारत के बीच अवैध माइग्रेशन को रोकने और कानूनी प्रवास को बढ़ावा देने के प्रयासों का हिस्सा है। दोनों देशों का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि लोग वैध माध्यम से अमेरिका जा सकें। पिछले कुछ वर्षों में ऐसे कई कदम उठाए गए हैं, जिसमें अवैध रूप से अमेरिका में रह रहे लोगों को वापस उनके देशों में भेजा गया।
अन्य देशों के साथ भी कार्रवाई प्रेस नोट के मुताबिक, अमेरिकी सरकार अन्य देशों के नागरिकों पर भी ऐसी कार्रवाई कर रही है। जून 2024 से अमेरिका ने साउथ वेस्ट बॉर्डर पर अवैध एंट्री में 55% की कमी देखी है। इस दौरान अमेरिका ने 145 देशों के करीब 160,000 लोगों को 496 फ्लाइट्स के जरिए उनके मूल देशों में वापस भेजा है। इन देशों में चीन, कोलंबिया, इक्वाडोर, पेरू, इजिप्ट, सेनेगल, उज्बेकिस्तान और भारत शामिल हैं। हाल ही में चीनी नागरिकों को भी इसी प्रक्रिया के तहत वापस भेजा गया।
भारत का रुख और पिछली घटनाएं भारत सरकार ने इसे द्विपक्षीय सहयोग का हिस्सा बताया है, लेकिन फिलहाल कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है। जुलाई 2024 में संसद में यह मामला सामने आया था कि पिछले तीन वर्षों में अमेरिका ने 48 भारतीय छात्रों को डिपोर्ट किया था, जिनमें से कई मामलों में कारण नहीं बताए गए थे। उस समय विदेश राज्य मंत्री ने इस पर स्पष्ट जवाब देने में असमर्थता जताई थी।
भारत-अमेरिका के बीच द्विपक्षीय सहयोग के तहत माइग्रेशन के मुद्दों पर कार्यवाही जारी है। दोनों देश अवैध प्रवास को रोकने और कानूनी प्रवास के लिए सुविधाजनक मार्ग खोलने के लिए मिलकर काम कर रहे हैं।