Edited By Rahul Rana,Updated: 04 Dec, 2024 12:38 PM
उत्तर प्रदेश के मेरठ के कंकरखेड़ा थाना क्षेत्र के बद्रीशपुरम निवासी वैभव ने 2 दिसंबर को जापान की रीसा के साथ शादी के बंधन में बंध गए। दोनों की मुलाकात चार साल पहले टोक्यो में पढ़ाई के दौरान हुई थी। वैभव और रीसा पिछले चार साल से एक-दूसरे को डेट कर...
नॅशनल डेस्क। उत्तर प्रदेश के मेरठ के कंकरखेड़ा थाना क्षेत्र के बद्रीशपुरम निवासी वैभव ने 2 दिसंबर को जापान की रीसा के साथ शादी के बंधन में बंध गए। दोनों की मुलाकात चार साल पहले टोक्यो में पढ़ाई के दौरान हुई थी। वैभव और रीसा पिछले चार साल से एक-दूसरे को डेट कर रहे थे और दोनों परिवारों की सहमति से यह शादी हुई।
कैसे शुरू हुआ प्यार?
वैभव ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि वह टोक्यो में एमबीए की पढ़ाई करने गए थे और उनका सपना था कि विदेश से शिक्षा प्राप्त करने के बाद भारत में किसी बड़ी कंपनी का हिस्सा बनें लेकिन टोक्यो में पढ़ाई के दौरान उनकी मुलाकात रीसा से हुई जो वहां के उनके दोस्त की मित्र थी। वैभव बताते हैं कि शुरू में उनकी बातचीत सिर्फ प्रोफेशनल थी लेकिन समय के साथ वह एक-दूसरे के करीब आते गए और अंततः प्यार में बदल गई।
प्यार का इज़हार और शादी का फैसला
वैभव ने कहा कि रीसा ने उन्हें पहली बार ही पसंद कर लिया था लेकिन दो देशों की अलग-अलग संस्कृतियों और रीति-रिवाजों के कारण वह थोड़े संकोच में थे लेकिन अंततः एक दिन वैभव ने रीसा को प्रपोज़ किया और उन्होंने हां कहा। दोनों ने अपने परिवारों को बताया और आखिरकार शादी का निर्णय लिया।
शादी के दौरान भारतीय संस्कृति का आकर्षण
रीसा ने भारतीय संस्कृति के प्रति अपनी पसंद का इज़हार करते हुए बताया कि उन्हें भारतीय रीति-रिवाज, पहनावा और विशेष रूप से शादी की हल्दी रस्म बहुत पसंद आई। रीसा ने भारतीय दुल्हनों की तरह अपने हाथों में वैभव का नाम लिखवाया जबकि वैभव ने मेहंदी में रीसा का नाम और दिल बनवाया। रीसा ने कहा कि वह और वैभव जल्द मलेशिया में शिफ्ट होंगे जहां वह अपने परिवार के साथ जीवन बिताएंगे।
परिवार की खुशी और स्वागत
वैभव के पिता दिवाकर नंद ध्यानी ने इस शादी पर अपनी खुशी जाहिर करते हुए कहा कि उन्हें इस शादी से कोई आपत्ति नहीं है। उन्होंने अपनी पहाड़ी संस्कृति के अनुसार रीसा के लिए गढ़वाली नथ और गहने बनाए हैं। परिवार में सभी सदस्य बेहद खुश हैं। रीसा के परिवार के सदस्य अहमदाबाद से आए थे जबकि उनके छोटे भाई-बहन नीदरलैंड से शादी में शामिल हुए।
अंत में कहा जा सकता है कि यह शादी एक उदाहरण है कि कैसे दो अलग-अलग संस्कृतियों के लोग आपस में प्रेम और समझदारी से जीवन भर साथ रहने का निर्णय लेते हैं।