Edited By Harman Kaur,Updated: 18 Aug, 2024 02:14 PM
कपूरथला स्थित रेल डिब्बा कारखाना (RCF) ने देश की पहली वंदे मेट्रो ट्रेन तैयार कर ली है। इस ट्रेन के 16 कोचों का प्रोटोटाइप रैक इस महीने रिसर्च डिजाइन एंड स्टैंडर्ड्स ऑर्गेनाइजेशन (RDSO) को सौंपा जाएगा। RDSO इसके ट्रायल और परीक्षण करेगा और सफल...
नेशनल डेस्क: कपूरथला स्थित रेल डिब्बा कारखाना (RCF) ने देश की पहली वंदे मेट्रो ट्रेन तैयार कर ली है। इस ट्रेन के 16 कोचों का प्रोटोटाइप रैक इस महीने रिसर्च डिजाइन एंड स्टैंडर्ड्स ऑर्गेनाइजेशन (RDSO) को सौंपा जाएगा। RDSO इसके ट्रायल और परीक्षण करेगा और सफल परीक्षण के बाद इसे भारतीय रेल यात्रियों के लिए उपलब्ध करवा दिया जाएगा।
ट्रेन में होंगे 16 डिब्बे
RDSO, जो रेल मंत्रालय के तकनीकी मामलों में परामर्शदाता संगठन है, विभिन्न रेल पटरियों पर वंदे मेट्रो ट्रेन का परीक्षण करेगा। यदि परीक्षण सफल रहा, तो यह ट्रेन जल्द ही सेवा में आ जाएगी। RCF के कुशल इंजीनियरों ने इस स्वदेशी सेमी हाई स्पीड वंदे मेट्रो ट्रेन को भारतीय रेलवे की आवश्यकता के अनुसार डिजाइन किया है। इस ट्रेन में 16 डिब्बे होंगे और इसका निर्माण कार्य लगभग पूरा हो चुका है। केंद्र सरकार में पंजाब से संबंधित एक प्रतिनिधि जल्द ही इस प्रोटोटाइप रेक को रवाना करेंगे।
4,364 यात्री आसानी से ट्रेन में कर सकेंगे सफर
RCF के महाप्रबंधक मंजुल माथुर के अनुसार, वंदे मेट्रो ट्रेन को विशेष रूप से 250 किलोमीटर की दूरी तय करने वाले इंटरसिटी यात्रियों की सुविधा के लिए डिजाइन किया गया है। यह ट्रेन 10 वातानुकूलित डिब्बों वाली होगी और इसकी अधिकतम गति 130 किमी प्रति घंटा होगी। प्रत्येक कोच में 280 यात्रियों को ले जाने की क्षमता होगी, जिसमें 100 यात्री बैठ सकते हैं और 180 यात्री खड़े होकर यात्रा कर सकते हैं। पूरी ट्रेन में कुल 4,364 यात्री आसानी से सफर कर सकेंगे।
ट्रेन में लगाए गए हैं 14 सेंसर
ट्रेन की बैठने की व्यवस्था 3 गुणा 3 बेंच-टाइप होगी, जो यात्रियों को आरामदायक यात्रा का अनुभव प्रदान करेगी। वंदे मेट्रो के कोचों में एमरजेंसी की स्थिति में ट्रेन चालक से संवाद करने के लिए टॉक बैक सिस्टम लगाया गया है। प्रत्येक कोच में आग और धुएं का पता लगाने के लिए 14 सेंसर लगाए गए हैं ताकि किसी भी आपात स्थिति का तुरंत पता चल सके।
दिव्यांगों को मिलेगी की व्हील चेयर की सुविधा
दिव्यांगजनों की सुविधा के लिए कोचों में व्हील चेयर सुलभ शौचालय भी उपलब्ध होंगे। इसके अतिरिक्त, ट्रेन कवच प्रणाली से लैस होगी, जो टकराव को रोकने के लिए एक महत्वपूर्ण उपाय है। आरसीएफ ने बताया कि इस वित्तीय वर्ष में वंदे मेट्रो ट्रेन का निर्माण पूरा होगा और इसे जल्द ही यात्रियों के लिए उपलब्ध करवा दिया जाएगा।