Edited By Ashutosh Chaubey,Updated: 03 Mar, 2025 03:01 PM
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मुंबई के चेंबूर स्थित शिवसेना शिंदे गुट के कार्यालय में शराब पार्टी का वीडियो वायरल होने के बाद राजनीतिक माहौल गरमा गया है। इस वीडियो में कई नेता शराब के जाम छलकाते नजर आ रहे हैं, जिससे विपक्ष ने जमकर हमला बोला है। शिवसेना यूबीटी ने इस घटना की कड़ी...
नेशनल डेस्क: मुंबई के चेंबूर स्थित शिवसेना शिंदे गुट के कार्यालय में शराब पार्टी का वीडियो वायरल होने के बाद राजनीतिक माहौल गरमा गया है। इस वीडियो में कई नेता शराब के जाम छलकाते नजर आ रहे हैं, जिससे विपक्ष ने जमकर हमला बोला है। शिवसेना यूबीटी ने इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए इसे पार्टी की गरिमा के खिलाफ बताया है। चेंबूर के तिलक नगर स्थित शिवसेना शिंदे गुट के कार्यालय में एक शराब पार्टी का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो में शिवसेना के पदाधिकारी और कार्यकर्ता शराब पीते नजर आ रहे हैं। वीडियो सामने आने के बाद उद्धव ठाकरे गुट ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया दी है।
यूबीटी गुट का हमला
शिवसेना यूबीटी ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट से इस वीडियो को साझा करते हुए इसे ‘बेशर्मी की हद’ करार दिया। उन्होंने शिंदे गुट पर आरोप लगाते हुए कहा कि शिवसेना का कार्यालय शिवसैनिकों के लिए मंदिर के समान होता है, जहां इस तरह की गतिविधियां करना अनुचित है। यूबीटी नेता सुनील प्रभु ने कहा, “पार्टी कार्यालय हमारे लिए पूजनीय है, वहां इस तरह की गतिविधियां बेहद निंदनीय हैं। इससे सत्तारूढ़ गुट की असलियत सामने आती है। यह हमारी पार्टी की विरासत का अपमान है।”
वीडियो में कौन-कौन दिखे?
वायरल वीडियो में चेंबूर स्थित शिवसेना कार्यालय की दीवारों पर छत्रपति शिवाजी महाराज, बालासाहेब ठाकरे, एकनाथ शिंदे और स्थानीय विधायक महेश कुडलकर की तस्वीरें नजर आ रही हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस पार्टी में शिवसेना के शाखा प्रमुख दीपक चौहान, उप मंडल प्रमुख संजय कदम समेत कई पदाधिकारी मौजूद थे।
राजनीतिक बवाल और कार्रवाई की मांग
इस घटना के बाद महाराष्ट्र के सामाजिक न्याय मंत्री संजय शिरसाट ने कहा, “अगर यह घटना सच में हुई है, तो यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। पार्टी कार्यालयों का गलत इस्तेमाल नहीं होना चाहिए। दोषियों पर कार्रवाई होनी चाहिए।” उद्धव गुट ने इस मुद्दे पर राज्य सरकार से सख्त कार्रवाई की मांग की है। वहीं, शिंदे गुट की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। इस घटना को लेकर शिवसेना के दोनों गुटों में तकरार बढ़ती जा रही है। यूबीटी गुट ने जहां इसे शिवसेना की परंपराओं और आदर्शों के खिलाफ बताया है, वहीं शिंदे गुट के समर्थक इसे एक निजी कार्यक्रम करार दे रहे हैं।