Edited By vasudha,Updated: 23 Jun, 2021 01:10 PM
भगोड़े कारोबारी विजय माल्या, नीरव मोदी, मेहुल चोकसी पर प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। धोखाधड़ी के कारण हुए नुकसान की भरपाई करने के लिए इन तीनों की 9,371 करोड़ रुपये की संपत्ति सरकारी बैंकों को ट्रांसफर कर दी गई है। ईडी ने...
बिजनेस डेस्क: भगोड़े कारोबारी विजय माल्या, नीरव मोदी, मेहुल चोकसी पर शिकंजा कसना शुरू हो गया है। धोखाधड़ी के कारण हुए नुकसान की भरपाई करने के लिए इन तीनों की 9,371 करोड़ रुपये की संपत्ति सरकारी बैंकों को ट्रांसफर कर दी गई है। ईडी ने कहा कि विजय माल्या और पीएनबी बैंक धोखाधड़ी मामलों में बैंकों की 40 फीसदी राशि पीएमएलए के तहत जब्त किए गए शेयरों की बिक्री के जरिए वसूली गई।
शेयरों की बिक्री के जरिए हुई वसूली
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बताया कि ऋण वसूली प्राधिकरण (डीआरटी) ने भगोड़े शराब कारोबारी विजय माल्या के खिलाफ कथित बैंक धोखाधड़ी मामले में जांच के तहत धन शोधन निवारण कानून के अंतर्गत पूर्व में कुर्क किए गए यूनाइटेड ब्रीवरीज लिमिटेड (यूबीएल) के 5,800 करोड़ रुपये से अधिक के शेयरों को बेच दिया है।
माल्या को जल्द लाया जाएगा भारत
केंद्रीय जांच एजेंसी ने एक बयान में कहा कि 25 जून तक शेयरों की बिक्री से 800 करोड़ रुपये की और वसूली होने की उम्मीद है। हाल में इसने कहा था कि एजेंसी ने मुंबई स्थित धन शोधन निवारण कानून (पीएमएलए) की विशेष अदालत के आदेश के तहत उसके द्वारा कुर्क किए गए 6,600 करोड़ रुपये के शेयर भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) नीत संघ को हस्तांतरित किए हैं।
बैंक पहले भी कर चुके हैं रिकवर
ईडी ने कहा कि आज डीआरटी ने, एसबीआई के नेतृत्व वाले संघ की तरफ से, यूनाइटेड ब्रीवरीज लिमिटेड के 5,824.50 करोड़ रुपये के शेयर बेचे हैं।”माल्या (65) भारत को प्रत्यर्पित किए जाने के खिलाफ दायर मामला हार चुके हैं और उन्हें “ब्रिटेन की शीर्ष अदालत में अपील दायर करने की अनुमति से इनकार कर दिया गया है।”प्रवर्तन निदेशालय ने कहा कि उनको भारत को प्रत्यर्पित किया जाना तय है।”