Edited By Pardeep,Updated: 12 Mar, 2025 06:01 AM

मध्यप्रदेश के इंदौर जिले के अधिकारियों ने आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी फाइनल में भारतीय क्रिकेट टीम की जीत का महू शहर में जश्न मनाने के दौरान हुई हिंसा में कथित रूप से शामिल दो लोगों के खिलाफ मंगलवार को राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) लगाया है।
नेशनल डेस्कः मध्यप्रदेश के इंदौर जिले के अधिकारियों ने आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी फाइनल में भारतीय क्रिकेट टीम की जीत का महू शहर में जश्न मनाने के दौरान हुई हिंसा में कथित रूप से शामिल दो लोगों के खिलाफ मंगलवार को राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) लगाया है।
भारतीय टीम की जीत का जश्न मनाने वाली रैली पर कथित रूप से पथराव किए जाने के बाद रविवार रात महू में झड़पें हुईं थी। एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया है कि इंदौर में शांति और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए जिलाधिकारी आशीष सिंह ने आपराधिक गतिविधियों में शामिल दो लोगों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) के तहत कार्रवाई की है।
पुलिस अधीक्षक इंदौर (ग्रामीण) के प्रतिवेदन के आधार पर सिंह ने महू के बटख मोहल्ला निवासी सोहेल कुरैशी और शहर के कंचन विहार खान कॉलोनी निवासी एजाज खान के खिलाफ रासुका, 1980 के प्रावधानों के तहत आदेश जारी किए हैं। चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में भारत की जीत के बाद, जीत का जश्न मनाने के लिए मोटरसाइकिलों पर तिरंगा लेकर महू में जनता द्वारा विजय जुलूस निकाला जा रहा था। जुलूस में बच्चे और युवा सभी शामिल थे, तभी प्रतिवादियों (आरोपियों) ने अपने साथियों के साथ मिलकर मोती महल चौराहे पर सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की साजिश रची और जुलूस को रोकने के लिए पत्थर और ईंट फेंके।
विज्ञप्ति में कहा गया है कि इससे लोगों को चोट लगी और सांप्रदायिक सौहार्द बिगड़ा। जिला प्रशासन ने कहा कि दोनों आरोपी आपराधिक गतिविधियों में शामिल थे और उनके खिलाफ लोगों को गाली देने, जान से मारने की धमकी देने, मारपीट करने, तोड़फोड़ करने, सांप्रदायिक उन्माद पैदा करने, दंगा करने और सार्वजनिक व्यवस्था को बाधित करने जैसे विभिन्न आरोपों के तहत मामले दर्ज किए गए हैं।
पुलिस ने बताया कि आरोपियों के कृत्यों से क्षेत्र में सार्वजनिक व्यवस्था प्रभावित होने की प्रबल संभावना है और जिले में शांति एवं कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए उनके खिलाफ रासुका के तहत कार्रवाई की गई है। पुलिस उप महानिरीक्षक निमिष अग्रवाल ने संवाददाताओं को बताया कि पुलिस ने पहले दोनों समूहों की शिकायतों पर सात प्राथमिकी दर्ज की हैं और 13 लोगों को गिरफ्तार किया है।