Edited By Rahul Rana,Updated: 17 Nov, 2024 08:36 AM
मणिपुर में एक बार फिर हिंसा भड़क गई है। जिरीबाम जिले में एक नदी से 6 लापता लोगों के शव मिलने के बाद राज्य में स्थिति और भी तनावपूर्ण हो गई। शनिवार को इस घटना के विरोध में प्रदर्शनकारियों ने राज्य के तीन मंत्रियों और छह विधायकों के घरों पर हमला किया।
नेशनल डेस्क। मणिपुर में एक बार फिर हिंसा भड़क गई है। जिरीबाम जिले में एक नदी से 6 लापता लोगों के शव मिलने के बाद राज्य में स्थिति और भी तनावपूर्ण हो गई। शनिवार को इस घटना के विरोध में प्रदर्शनकारियों ने राज्य के तीन मंत्रियों और छह विधायकों के घरों पर हमला किया।
वहीं प्रदर्शनकारियों ने न केवल विधायकों के घरों में तोड़फोड़ की, बल्कि उनमें आग भी लगा दी। इनमें से एक घर मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह के दामाद का भी था। इसके बाद, राज्य सरकार ने स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए मणिपुर के पांच जिलों में कर्फ्यू लगा दिया है। इसके साथ ही, कुछ हिस्सों में इंटरनेट सेवाएं भी बंद कर दी गई हैं ताकि हिंसा को बढ़ने से रोका जा सके।
सुरक्षा बलों ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े और उन्हें खदेड़ने की कोशिश की। इस घटना के बाद से मणिपुर में कानून-व्यवस्था की स्थिति काफी बिगड़ गई है।
राज्य में हिंसा का ये नया दौर उस समय शुरू हुआ जब जिरीबाम जिले से छह लापता लोगों के शव मिले। इन शवों के मिलने के बाद से स्थानीय लोगों का गुस्सा भड़क गया और उन्होंने इस हिंसा को अंजाम दिया।
यह हिंसा राज्य की पहले से ही तनावपूर्ण स्थिति को और भी खराब कर रही है, जिसमें पिछले कुछ महीनों से जातीय हिंसा की घटनाएं बढ़ी हैं। सरकार और सुरक्षा बलों की तरफ से स्थिति को नियंत्रण में लाने की कोशिश की जा रही है, लेकिन स्थिति अभी भी नियंत्रण से बाहर है।