Edited By Pardeep,Updated: 04 Jan, 2025 11:11 AM
मणिपुर में हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है। मणिपुर के सैबोल गांव से केंद्रीय बलों को कथित रूप से नहीं हटाये जाने को लेकर भीड़ ने कांगपोकपी जिले में शुक्रवार शाम को पुलिस अधीक्षक कार्यालय पर हमला कर दिया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
नेशनल डेस्कः मणिपुर में हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है। मणिपुर के सैबोल गांव से केंद्रीय बलों को कथित रूप से नहीं हटाए जाने को लेकर भीड़ ने कांगपोकपी जिले में शुक्रवार शाम को पुलिस अधीक्षक कार्यालय पर हमला कर दिया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
सैबोल गांव इंफाल पूर्वी जिले की सीमा पर स्थित है। इस हमले में कई लोगों के घायल होने की खबर है। इसके अलावा कांगपोकपी के एसपी भी घायल हो गए हैं। राज्य 3 मई 2023 से हिंसा की आग में लगातार जल रहा है। कुकी संगठन सैबोल गांव में 31 दिसंबर को सुरक्षा बलों द्वारा महिलाओं पर कथित रूप से लाठीचार्ज किए जाने के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं।
एक अधिकारी ने बताया कि हमलावरों ने गांव में केंद्रीय बलों, खासकर सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की लगातार तैनाती पर अपना गुस्सा जाहिर करने के लिए कार्यालय पर पथराव किया और अन्य चीजें भी फेंकी। पुलिस अधीक्षक कार्यालय के परिसर में रखे जिला पुलिस के वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया।
सीएम ने मांगी थी हिंसा के लिए माफी
मणिपुर हिंसा के लिए सीएम बीरेन सिंह ने 31 दिसंबर 2024 को माफी मांगी थी. उन्होंने साल 2024 को दुर्भाग्य से भरा बताया था. सीएम बीरेन सिंह ने कहा था कि वह अब तक की हिंसा के लिए राज्य के लोगों से माफी मांगते हैं।
सीएम बीरेन सिंह ने कहा था,"यह पूरा साल बहुत दुर्भाग्यपूर्ण रहा है. मुझे खेद है और पिछले 3 मई से आज तक राज्य के लोगों से माफी मांगना चाहता हूं। कई लोगों ने अपनों को खोया है। कई लोगों ने अपने घरों को छोड़ दिया। मुझे वाकई में पछतावा है। मैं माफी मांगना चाहता हूं। अब, मुझे उम्मीद है कि शांति की दिशा में पिछले 3-4 महीनों की प्रगति को देखने के बाद, मुझे उम्मीद है कि नए साल 2025 के साथ, राज्य में सामान्य स्थिति और शांति बहाल हो जाएगी। मैं राज्य के सभी समुदायों से अपील करना चाहता हूं कि जो हुआ सो हुआ। हमें अब पिछली गलतियों को भूलकर एक नए जीवन की शुरुआत करनी है। एक शांतिपूर्ण मणिपुर, एक समृद्ध मणिपुर, हम सभी को एक साथ रहना चाहिए।"