Edited By Anu Malhotra,Updated: 22 Nov, 2024 10:23 AM
भारतीय दूरसंचार बाजार की दिग्गज कंपनी रिलायंस जियो के ग्राहक आधार में गिरावट का सिलसिला सितंबर में भी जारी रहा। टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (TRAI) के आंकड़ों के मुताबिक, सितंबर में जियो ने 79.6 लाख ग्राहकों को खो दिया, जिससे कंपनी को लगातार...
नेशनल डेस्क: भारतीय दूरसंचार बाजार की दिग्गज कंपनी रिलायंस जियो के ग्राहक आधार में गिरावट का सिलसिला सितंबर में भी जारी रहा। टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (TRAI) के आंकड़ों के मुताबिक, सितंबर में जियो ने 79.6 लाख ग्राहकों को खो दिया, जिससे कंपनी को लगातार तीसरे महीने गिरावट का सामना करना पड़ा। जुलाई से शुरू हुई यह गिरावट कंपनी के लिए बड़ी चिंता का कारण बन गई है।
लगातार गिरावट के पीछे वजह
इस गिरावट के पीछे जुलाई में Jio, Airtel और Vodafone-Idea (Vi) द्वारा टैरिफ दरों में की गई बढ़ोतरी मुख्य कारण है। बीते तीन महीनों में, जियो ने कुल 1.27 करोड़ ग्राहकों को खो दिया है, जिससे इसका ग्राहक आधार 2.6% कम होकर 47.65 करोड़ से घट गया।
Airtel और VI का हाल
दूसरी निजी दूरसंचार कंपनियां भी नुकसान झेल रही हैं।
- Airtel ने सितंबर में 14.3 लाख ग्राहक खोए, हालांकि यह पिछले महीनों (जुलाई में 24 लाख और अगस्त में 16.9 लाख) की तुलना में कम है।
- Vodafone-Idea (Vi) को सितंबर में 15.5 लाख ग्राहकों का नुकसान हुआ, जो अगस्त (18.7 लाख) और जुलाई (14.41 लाख) से कम है।
BSNL को मिला फायदा
जहां निजी कंपनियां ग्राहकों को खो रही हैं, वहीं सरकारी टेलीकॉम कंपनी BSNL को लाभ हुआ है।
- BSNL ने सितंबर में 8.4 लाख नए ग्राहक जोड़े।
- जुलाई और अगस्त में यह आंकड़ा क्रमशः 29 लाख और 25.3 लाख था।
BSNL ने अपनी दरों में कोई बढ़ोतरी नहीं की है, जिससे शुरुआती स्तर के सस्ते प्लान लेने वाले ग्राहक इसकी ओर आकर्षित हो रहे हैं।
टैरिफ बढ़ोतरी का असर
जुलाई में तीनों प्रमुख निजी कंपनियों ने अपने टैरिफ में बढ़ोतरी की थी, जिसके बाद से मोबाइल उपयोगकर्ताओं की संख्या में गिरावट आई।
- सितंबर में देश में कुल मोबाइल कनेक्शन की संख्या में 1.01 करोड़ की कमी हुई।
- इससे पहले अगस्त और जुलाई में क्रमशः 57.7 लाख और 92.2 लाख कनेक्शन कम हुए थे।
BSNL की योजना
घाटे में चल रही BSNL 2025 तक 1 लाख टावर के साथ घरेलू 4G नेटवर्क लॉन्च करने की तैयारी में है। कम टैरिफ और विस्तृत नेटवर्क के दम पर यह ग्राहकों को आकर्षित करने की कोशिश में जुटी है।टैरिफ बढ़ोतरी के बाद ग्राहकों का मोहभंग निजी कंपनियों के लिए बड़ी चुनौती बन गया है। जियो, एयरटेल और Vi को अपने नुकसान की भरपाई के लिए नए सस्ते प्लान और बेहतर सेवाओं पर ध्यान देना होगा, जबकि बीएसएनएल ने स्थिर दरों के साथ बाजार में वापसी की रणनीति बनाई है।