Edited By Radhika,Updated: 14 Mar, 2025 03:10 PM

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को कहा कि दुनिया के किसी भी देश, किसी भी जाति, किसी भी धर्म में त्योहारों की इतनी समृद्ध परंपरा नहीं है जितनी सनातन धर्म में है और त्योहारों के माध्यम से भारत आगे बढ़ता है।
नेशनल डेस्क: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को कहा कि दुनिया के किसी भी देश, किसी भी जाति, किसी भी धर्म में त्योहारों की इतनी समृद्ध परंपरा नहीं है जितनी सनातन धर्म में है और त्योहारों के माध्यम से भारत आगे बढ़ता है। गोरखपुर में पारंपरिक नरसिंह शोभायात्रा को संबोधित करते हुए आदित्यनाथ ने कहा, ‘‘दुनिया के किसी भी देश, किसी भी जाति, किसी भी धर्म में त्योहारों की इतनी समृद्ध परंपरा नहीं है, जिनकी सनातन धर्म में है। सनातन धर्म में हमारी आस्था है और आस्था ही त्योहारों की आत्मा है।
त्योहारों के माध्यम से भारत आगे बढ़ता है।'' उन्होंने यह भी कहा, ‘‘होली का एक ही संदेश है कि एकता से देश अखंड रहेगा। ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत' की परिकल्पना पूरी होगी।'' मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘सनातन धर्म का विरोध करने वालों ने प्रयागराज महाकुंभ के माध्यम से सनातन धर्म के साथ-साथ भारत का सामर्थ्य देखा है। 66 करोड़ से अधिक श्रद्धालु एक घाट पर जुटे और त्रिवेणी के महासंगम में महास्नान का आशीर्वाद प्राप्त किया। इसमें न तो जाति का भेदभाव है और न ही किसी क्षेत्र का।''
आदित्यनाथ ने वहां मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘वे कौन लोग हैं जो हमें विभाजित करना चाहते हैं? ये वे लोग हैं जिन्होंने राम मंदिर का विरोध किया था जो गो तस्करी में शामिल थे और गो हत्यारों को बढ़ावा देते थे और उन्हें सत्ता में भागीदार बनाते थे। ये वे लोग हैं, जो कहते थे कि भारत कभी भी 'विकसित भारत' नहीं हो सकता।'' उन्होंने कहा, ‘‘देश और सनातन धर्म के प्रति उनकी मंशा जगजाहिर है। इसलिए, मैं आपसे कहने आया हूं कि हमें त्योहारों की परंपरा को आगे बढ़ाना होगा। भगवान राम ने हमें मर्यादा का मार्ग सिखाया है। जब हम मर्यादा के साथ आगे बढ़ेंगे, तो हम पवित्रता के साथ आगे बढ़ेंगे। हम स्वयं लक्ष्मण रेखा का उल्लंघन नहीं करेंगे।'' महाकुंभ का जिक्र करते हुए आदित्यनाथ ने दावा किया कि वहां छेड़छाड़ या लूट का एक भी मामला नहीं हुआ।
उन्होंने कहा, ‘‘एक भी ऐसी घटना नहीं हुई जिससे किसी सनातनी को सिर झुकाना पड़े। यह अद्भुत अनुशासन और मर्यादा हमें प्रयागराज ने दी है।'' उन्होंने कहा, ‘‘सनातन धर्म का उद्घोष है कि ‘जहां धर्म है, वहां विजय होगी, वहां सत्य होगा। जितनी कठिन साधना होगी, उतना ही अधिक ज्ञान होगा।'' शोभायात्रा से पहले मुख्यमंत्री होली मनाने के लिए साधु-संतों के साथ जमीन पर बैठे नजर आए। उन्होंने शोभायात्रा में लोगों पर फूल भी बरसाए।