Edited By Mahima,Updated: 05 Sep, 2024 12:55 PM
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सिंगापुर के प्रधानमंत्री लॉरेंस वोंग ने हाल ही में सिंगापुर में मुलाकात की, जिसमें उन्होंने द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने के लिए चार महत्वपूर्ण समझौतों पर हस्ताक्षर किए। इन समझौतों का मुख्य उद्देश्य digital...
नेशनल डेस्क: भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सिंगापुर के प्रधानमंत्री लॉरेंस वोंग ने हाल ही में सिंगापुर में मुलाकात की, जिसमें उन्होंने द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने के लिए चार महत्वपूर्ण समझौतों पर हस्ताक्षर किए। इन समझौतों का मुख्य उद्देश्य digital technology, सेमीकंडक्टर, स्वास्थ्य और चिकित्सा क्षेत्र, और शैक्षिक सहयोग व कौशल विकास को बढ़ावा देना है।
भारत में सिंगापुर जैसी technology का सपना
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सिंगापुर यात्रा के दौरान अपने भाषण में कहा कि भारत भी सिंगापुर जैसे technology और विकास के केंद्र बनाना चाहता है। मोदी ने यह भी बताया कि दोनों देशों के बीच मंत्रियों की राउंड टेबल की स्थापना एक नई दिशा को दिखाती है, जो डिजिटलाइजेशन, मोबिलिटी, और एडवांस मैन्युफैक्चरिंग जैसे क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ावा देती है। उन्होंने इस पहल को एक 'path breaking mechanism' करार दिया।
सेमीकंडक्टर प्लांट का दौरा
प्रधानमंत्री मोदी ने सिंगापुर के प्रमुख सेमीकंडक्टर और इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनी एईएम (AEM) का दौरा भी किया। इस दौरान, उन्हें वैश्विक सेमीकंडक्टर मूल्य श्रृंखला में एईएम की भूमिका, इसके संचालन और भारत के लिए योजनाओं के बारे में जानकारी दी गई। सिंगापुर सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री एसोसिएशन ने इस क्षेत्र के विकास और भारत के साथ सहयोग के अवसरों पर प्रकाश डाला। पीएम मोदी ने सिंगापुर की सेमीकंडक्टर कंपनियों को भारत में आयोजित होने वाली सेमीकॉन इंडिया प्रदर्शनी (11-13 सितंबर 2024) में भाग लेने के लिए भी आमंत्रित किया।
समझौतों और सहमतियों का विवरण
1. सेमीकंडक्टर सहयोग: भारत और सिंगापुर ने सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग ईकोसिस्टम को बढ़ावा देने के लिए द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाने पर सहमति जताई। दोनों पक्षों ने एडवांस मैन्युफैक्चरिंग को एक प्रमुख स्तंभ के रूप में शामिल करने का निर्णय लिया है।
2. डिजिटल technology और स्वास्थ्य: डिजिटल technology , स्वास्थ्य सेवा और कौशल विकास में सहयोग को बढ़ावा देने के लिए समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए हैं। इस दिशा में दोनों देशों के बीच कई नई पहलों की शुरुआत की जाएगी।
3. शैक्षिक और कौशल विकास: शिक्षा और कौशल विकास में सहयोग को प्रोत्साहित करने के लिए भी महत्वपूर्ण समझौते किए गए हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में बताया कि सिंगापुर के प्रधानमंत्री लॉरेंस वोंग के साथ उनकी बातचीत कौशल, technology, स्वास्थ्य सेवा, और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर केंद्रित रही। उन्होंने व्यापार संबंधों को बढ़ावा देने की आवश्यकता पर भी जोर दिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सिंगापुर यात्रा और उनके द्वारा किए गए समझौते भारत और सिंगापुर के बीच द्विपक्षीय संबंधों को नई ऊंचाइयों पर ले जाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम हैं। इन समझौतों और पहलों के माध्यम से, दोनों देशों के बीच तकनीकी, औद्योगिक और शैक्षिक सहयोग को मजबूती प्रदान की जाएगी, जिससे दोनों देशों की आर्थिक और सामाजिक विकास की संभावनाओं में सुधार होगा।