Edited By Anu Malhotra,Updated: 25 Feb, 2025 09:27 AM
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उत्तर पाकिस्तान और आसपास के क्षेत्रों में एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो गया है, जिसका असर भारत के कई राज्यों में देखने को मिलेगा।भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने 3 मार्च तक कई राज्यों में बारिश का अलर्ट जारी किया है। पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से...
नेशनल डेस्क: उत्तर पाकिस्तान और आसपास के क्षेत्रों में एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो गया है, जिसका असर भारत के कई राज्यों में देखने को मिलेगा।भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने 3 मार्च तक कई राज्यों में बारिश का अलर्ट जारी किया है। पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से उत्तर भारत सहित कई इलाकों में मौसम में बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा। हालांकि, पूरे फरवरी में बारिश की काफी कमी दर्ज की गई है और इस बदलाव से भी यह घाटा पूरी तरह से पूरा होने की उम्मीद नहीं है।
किन राज्यों में होगी बारिश?
मौसम पूर्वानुमान एजेंसी स्काईमेट के मुताबिक, अंडमान और निकोबार द्वीपसमूह में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है। वहीं, सिक्किम, असम और अरुणाचल प्रदेश में भी हल्की से मध्यम बारिश के आसार हैं।
उत्तर भारत में प्रभाव:
- गिलगित-बाल्टिस्तान, मुज़फ़्फराबाद, जम्मू-कश्मीर और उत्तर-पश्चिमी राजस्थान में छिटपुट हल्की बारिश होने की संभावना है।
- 25 फरवरी से 2-3 मार्च तक पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में बारिश और बर्फबारी की गतिविधियां तेज हो सकती हैं।
- 26 फरवरी से 1 मार्च के बीच पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश संभव है।
- 27 फरवरी से 1 मार्च के बीच पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ जिलों में भी हल्की बारिश के आसार हैं।
- उत्तर राजस्थान में 27 और 28 फरवरी को हल्की बारिश हो सकती है।
दिल्ली-NCR का मौसम कैसा रहेगा?
राजधानी दिल्ली में आज न्यूनतम तापमान 12 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है।
- 27 और 28 फरवरी को दिल्ली-NCR में आंधी और हल्की बारिश के आसार हैं, जिससे तापमान में गिरावट दर्ज की जा सकती है।
- इसके बाद न्यूनतम तापमान में मामूली बढ़ोतरी हो सकती है।
क्या रहेगा असर?
इस पश्चिमी विक्षोभ से पहाड़ी राज्यों में बर्फबारी का असर जनजीवन पर पड़ सकता है। वहीं, मैदानी राज्यों में बारिश से किसानों को राहत मिलने की संभावना है, खासकर गेहूं और सरसों की फसलों के लिए यह बारिश फायदेमंद साबित हो सकती है। हालांकि, तेज हवाओं के कारण कुछ क्षेत्रों में नुकसान की आशंका भी बनी हुई है।