Edited By Ashutosh Chaubey,Updated: 16 Mar, 2025 04:49 PM

इंडसइंड बैंक को लेकर इन दिनों बड़ी खबरें सामने आ रही हैं। बैंक के खातों में एक बड़ी गड़बड़ी पकड़ी गई है, जिससे न सिर्फ बैंक की प्रतिष्ठा को नुकसान हुआ है, बल्कि इसके शेयर प्राइस में भी बड़ी गिरावट आई है।कल जब खुलेगा बाजार, क्या सब हो जाएगा बर्बाद,...
बिजनेस डेस्क: इंडसइंड बैंक को लेकर इन दिनों बड़ी खबरें सामने आ रही हैं। बैंक के खातों में एक बड़ी गड़बड़ी पकड़ी गई है, जिससे न सिर्फ बैंक की प्रतिष्ठा को नुकसान हुआ है, बल्कि इसके शेयर प्राइस में भी बड़ी गिरावट आई है। खबरों के मुताबिक, बैंक के विदेशी मुद्रा खाते में करीब 1,600 करोड़ रुपये का ओवर वैल्यूएशन पाया गया है। इस गड़बड़ी के सामने आने के बाद, बैंक के शेयर एक ही दिन में 27 प्रतिशत गिर गए। अब सवाल उठ रहा है कि क्या शेयर बाजार जब खुलेगा, तो ये गिरावट और बढ़ेगी? आइए, जानते हैं कि इस मुद्दे की गहराई क्या है और निवेशकों को क्या करना चाहिए।
इंडसइंड बैंक की गड़बड़ी का खुलासा
इंडसइंड बैंक ने हाल ही में अपने विदेशी मुद्रा खाते से जुड़ी गड़बड़ी का खुलासा किया। बैंक का कहना है कि उसके खाते में करीब 1,600 करोड़ रुपये का ओवर वैल्यूएशन किया गया था। यह गड़बड़ी बैंक की नेटवर्थ का लगभग 2.35 प्रतिशत है। जब बैंक ने इस गड़बड़ी का इंटरनल सर्वे पूरा किया और रिपोर्ट शेयर बाजार में भेजी, तो इससे निवेशकों के बीच खलबली मच गई। एक ही दिन में बैंक के शेयर प्राइस में 27 प्रतिशत की गिरावट देखने को मिली।
क्या सब कुछ खत्म हो जाएगा?
इंडसइंड बैंक के शेयरों की इतनी बड़ी गिरावट के बावजूद, बैंक ने इस गड़बड़ी को सुधारने के लिए एक फॉरेंसिक ऑडिट शुरू कर दिया है। बैंक ने आश्वासन दिया है कि जल्द ही इस मुद्दे का समाधान हो जाएगा। इसके साथ ही भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने भी बैंक से कहा है कि वह इस महीने के अंत तक इस गड़बड़ी को ठीक कर ले। इस स्थिति को लेकर आरबीआई ने ग्राहकों को आश्वस्त किया है कि बैंक की पूंजी पर्याप्त है और ग्राहकों के पैसे पर कोई संकट नहीं आएगा आरबीआई का यह कदम निवेशकों के लिए थोड़ी राहत का कारण बन सकता है। हालांकि, बैंक के गड़बड़ी के मामले में और सुधार की जरूरत हो सकती है, लेकिन ग्राहकों के लिए चिंतित होने की कोई बात नहीं है।
क्या बैंक का शेयर और गिरेगा?
बैंक के सीईओ सुमंत कठपालिया की लीडरशिप पर सवाल उठाए गए हैं, और इसके कारण बैंक की कॉरपोरेट गवर्नेंस पर भी चर्चा हो रही है। माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में इंडसइंड बैंक को कई तरह की स्क्रूटनी का सामना करना पड़ सकता है। इस स्थिति का असर बैंक के स्टॉक प्राइस पर भी देखने को मिल सकता है। हाल ही में, ग्लोबल ब्रोकरेज फर्म सीएलएसए ने भी बैंक के शेयर प्राइस टारगेट में 30% तक की कटौती की थी। इसके अलावा, सिटी ग्रुप ने 2025 तक बैंक की आय में 25 प्रतिशत तक की कमी आने का अनुमान जताया है। इन सब घटनाक्रमों को देखते हुए, यह कहना गलत नहीं होगा कि बैंक का शेयर प्राइस और गिर सकता है, खासकर अगर अगले कुछ दिनों में और कोई नकारात्मक खबर सामने आती है।