Edited By Mahima,Updated: 22 Mar, 2025 12:13 PM

सोने और चांदी में निवेश से लंबे समय में अच्छा रिटर्न मिल सकता है। सोना सुरक्षित निवेश के रूप में बेहतर है, जबकि चांदी में रिटर्न की संभावना अधिक है। दोनों में निवेश से आपके पोर्टफोलियो को बैलेंस किया जा सकता है। अगर आप 5, 10 या 20 साल के लिए निवेश...
नेशनल डेस्क: सोने और चांदी ने हमेशा निवेशकों को अच्छा रिटर्न दिया है। 2024 में, सोने ने 21% का शानदार रिटर्न दिया, जबकि चांदी ने भी 19.66% का अच्छा रिटर्न अर्जित किया। इस साल भी दोनों कीमती धातुओं की कीमतों में बढ़ोतरी देखी जा रही है। पिछले 12 महीनों में सोने की कीमत में 40% से अधिक वृद्धि हुई है, वहीं चांदी भी करीब 34% बढ़ी है। ऐसे में निवेशकों के लिए यह सवाल उठता है कि अगर वह अगले 5, 10 या 20 साल के लिए निवेश करना चाहते हैं, तो उन्हें सोने या चांदी में से किसमें निवेश करना चाहिए? कौन सा निवेश अधिक रिटर्न दे सकता है? आइए जानें इस बारे में।
सोने और चांदी की कीमत क्यों बढ़ रही है?
सोने और चांदी की कीमतों में वृद्धि के कई कारण हैं। दुनियाभर में चल रहे युद्ध, खासकर रूस-युक्रेन युद्ध, वैश्विक अस्थिरता और केंद्रीय बैंकों द्वारा सोने की खरीदारी बढ़ने के कारण सोने की मांग लगातार बढ़ रही है। जब भी आर्थिक संकट होता है या वैश्विक अस्थिरता बढ़ती है, तो निवेशक सोने को एक सुरक्षित निवेश के रूप में देखते हैं। इससे सोने की कीमतों में बढ़ोतरी होती है। दूसरी ओर, चांदी की कीमत में भी तेजी आई है, और इसके पीछे दो मुख्य कारण हैं। पहला, औद्योगिक गतिविधियों में वृद्धि, खासकर हरित प्रौद्योगिकियों (green technologies) के कारण। चांदी का उपयोग इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों, सोलर पैनल्स, बैटरियों, और अन्य तकनीकी उपकरणों में बढ़ रहा है। दूसरा कारण यह है कि निवेशक अब चांदी को भी एक अच्छे निवेश विकल्प के रूप में देख रहे हैं। चांदी का बाजार अपेक्षाकृत छोटा है, और इसकी कीमत में उतार-चढ़ाव बहुत प्रभावित कर सकते हैं।
सोना और चांदी का मूल्य अनुपात
अगर हम सोने और चांदी के मूल्य अनुपात (gold-silver ratio) पर ध्यान दें तो, यह अनुपात 1980 के दशक में 70:1 था, जिसका मतलब था कि एक औंस सोने की कीमत चांदी की 70 औंस के बराबर होती थी। लेकिन आज के समय में यह अनुपात बढ़कर 91:1 हो गया है। इसका अर्थ है कि चांदी अभी भी कम मूल्यांकन की गई है और इसमें और बढ़ोतरी की संभावना हो सकती है। यह अनुपात यह भी दिखाता है कि या तो चांदी की कीमत तेजी से बढ़ेगी, या सोने की कीमत घटेगी, या दोनों के बीच का अनुपात इसके दीर्घकालिक औसत 70:1 के आसपास वापस आ सकता है। इस कारण से, चांदी में निवेश करने का एक अच्छा अवसर हो सकता है क्योंकि इसकी कीमत में बढ़ोतरी की संभावना है।
निवेश के लिए कौन सा विकल्प है बेहतर?
विशेषज्ञों के अनुसार, सोना और चांदी दोनों में निवेश करने से लंबी अवधि में अच्छे रिटर्न मिल सकते हैं। अगर आप अगले 5, 10 या 20 सालों के लिए निवेश करना चाहते हैं तो दोनों को अपने पोर्टफोलियो में शामिल करना एक अच्छा कदम हो सकता है।
1. सोने में निवेश – अगर आप सुरक्षित निवेश चाहते हैं और जोखिम से बचना चाहते हैं, तो सोना आपके लिए सबसे अच्छा विकल्प है। सोने की कीमत में अस्थिरता कम होती है और यह पारंपरिक रूप से संकट के समय में स्थिरता प्रदान करता है। इसके अलावा, केंद्रीय बैंकों द्वारा भी सोने की खरीदारी बढ़ रही है, जो इसकी कीमतों को सपोर्ट करता है।
2. चांदी में निवेश – चांदी में निवेश करना थोड़ा जोखिमपूर्ण हो सकता है, लेकिन इसके रिटर्न की संभावना भी अधिक है। चांदी की कीमत औद्योगिक गतिविधियों और हरित प्रौद्योगिकियों के कारण तेजी से बढ़ सकती है। हालांकि, चांदी का बाजार छोटा है और इसकी आपूर्ति में बदलाव से कीमत पर बड़ा प्रभाव पड़ सकता है। ऐसे में चांदी को एक "मूल्यवर्धन निवेश" माना जा सकता है, जहां मूल्य में तेजी से वृद्धि हो सकती है।
आपके पोर्टफोलियो में कितना निवेश हो?
आपके निवेश का निर्णय आपके जोखिम लेने की क्षमता और निवेश के उद्देश्य पर निर्भर करता है। दोनों धातुओं में निवेश करने से आपका पोर्टफोलियो बैलेंस्ड रहेगा और किसी एक कीमती धातु में ज्यादा निवेश का जोखिम कम होगा। विशेषज्ञों का सुझाव है कि अगर आप लंबी अवधि के लिए निवेश करना चाहते हैं, तो अपने पोर्टफोलियो का कम से कम 10% सोने और चांदी में निवेश करें। अगर आप पूरी तरह से सुरक्षित निवेश चाहते हैं, तो सोने में ज्यादा निवेश करना बेहतर होगा। अगर आप अगले 5, 10 या 20 सालों के लिए निवेश करना चाहते हैं, तो सोना और चांदी दोनों में निवेश एक अच्छा विकल्प हो सकता है। इन दोनों कीमती धातुओं ने इतिहास में अच्छे रिटर्न दिए हैं और भविष्य में भी इनमें निवेश का अच्छा अवसर हो सकता है। सोना सुरक्षित निवेश के रूप में बेहतर रहेगा, जबकि चांदी में उच्च रिटर्न की संभावना हो सकती है।