Edited By Ashutosh Chaubey,Updated: 13 Apr, 2025 08:14 PM
भारत में म्यूचुअल फंड्स में निवेश करने वालों की संख्या तेजी से बढ़ रही है लेकिन फिर भी कई ऐसे फंड्स हैं जिनका प्रदर्शन तो शानदार रहा है...
नेशलन डेस्क: भारत में म्यूचुअल फंड्स में निवेश करने वालों की संख्या तेजी से बढ़ रही है लेकिन फिर भी कई ऐसे फंड्स हैं जिनका प्रदर्शन तो शानदार रहा है, मगर आम निवेशक उनके नाम तक नहीं जानते। ऐसा ही एक फंड है Quant ELSS Tax Saver Growth Fund, जिसने बीते 25 वर्षों में ₹10,000 की मंथली SIP को ₹3 करोड़ से भी ज़्यादा में बदल दिया। यह फंड अप्रैल 2000 में लॉन्च हुआ था और अगर तब से हर महीने सिर्फ ₹10,000 की SIP की जाती तो आज यानी 31 मार्च 2025 तक कुल ₹14.7 लाख के निवेश पर ₹3.18 करोड़ का फंड तैयार हो गया होता।
अब सोचिए, अगर किसी ने इस फंड के बारे में 10-15 साल पहले जाना होता तो आज उसकी वित्तीय स्थिति क्या होती?
कितना और कब तक निवेश किया गया, तो कितना मिला?
Quant ELSS Tax Saver Growth Fund का जादू लंबी अवधि में दिखता है। हाल के बाजार उतार-चढ़ाव के चलते छोटी अवधि में रिटर्न थोड़ा कमजोर दिखा है, लेकिन समय जैसे-जैसे बीतता है, यह फंड अपने दमदार प्रदर्शन से चौंकाता है।
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1 साल की SIP: ₹1.20 लाख निवेश → ₹1.07 लाख वैल्यू (घाटा)
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3 साल की SIP: ₹3.60 लाख निवेश → ₹4.24 लाख वैल्यू
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5 साल की SIP: ₹6 लाख निवेश → ₹10 लाख वैल्यू
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7 साल की SIP: ₹8.4 लाख निवेश → ₹18.76 लाख वैल्यू
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25 साल की SIP: ₹14.7 लाख निवेश → ₹3.18 करोड़ वैल्यू
इस फंड की खास बातें क्या हैं?
Quant ELSS Tax Saver Growth Fund एक इक्विटी लिंक्ड सेविंग स्कीम (ELSS) है, जो निवेशकों को टैक्स में छूट भी देती है। इसके साथ-साथ यह लॉन्ग टर्म वेल्थ क्रिएशन में भी मदद करती है। इस फंड की कुछ प्रमुख विशेषताएं:
कहां-कहां किया है निवेश?
Quant ELSS Tax Saver Fund का निवेश काफी विविध है और यह विभिन्न सेक्टर्स में फैला हुआ है। इसके टॉप सेक्टर्स में शामिल हैं:
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वित्तीय सेवाएं (Financial Services): 18.1%
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पावर सेक्टर (Power Sector): 16%
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तेल और गैस (Oil & Gas): 14.5%
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सार्वजनिक उपक्रम (PSUs): 14.2%
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हेल्थकेयर: 10.3%
यह विविधता इस फंड को बाजार के उतार-चढ़ाव से बचाने और बेहतर रिटर्न देने में मदद करती है।
नाम कम, काम दमदार – लेकिन सतर्कता जरूरी
हालांकि इस फंड का पिछला प्रदर्शन बेहद शानदार रहा है लेकिन वित्तीय विशेषज्ञ हमेशा यही सलाह देते हैं कि "पिछले रिटर्न भविष्य की गारंटी नहीं होते।" निवेश करने से पहले अपने फाइनेंशियल गोल्स, जोखिम लेने की क्षमता और निवेश की अवधि को ध्यान में रखें। SEBI-रजिस्टर्ड फाइनेंशियल एडवाइजर से सलाह लेना जरूरी है ताकि निवेश सही दिशा में हो और आपके लक्ष्यों को पूरा कर सके।