Edited By Parminder Kaur,Updated: 10 Feb, 2025 05:36 PM
![while in jail he earned 2 lakhs by doing this work then](https://img.punjabkesari.in/multimedia/914/0/0X0/0/static.punjabkesari.in/2025_2image_17_35_464267354karnatak-ll.jpg)
कर्नाटक की कलबुर्गी सेंट्रल जेल में एक कैदी ने कैदियों को खाना खिलाते-खिलाते 2 लाख रुपए कमा लिए। इसी पैसों से कैदी ने एक लाख एक हजार रूपए का अपना जुर्माना चुकाया, जिससे वह 18 महीने की अतिरिक्त सजा से बच गया और उसे रिहा कर दिया गया।
नेशनल डेस्क: कर्नाटक की कलबुर्गी सेंट्रल जेल में एक कैदी ने कैदियों को खाना खिलाते-खिलाते 2 लाख रुपए कमा लिए। इसी पैसों से कैदी ने एक लाख एक हजार रूपए का अपना जुर्माना चुकाया, जिससे वह 18 महीने की अतिरिक्त सजा से बच गया और उसे रिहा कर दिया गया।
बता दें कि 68 साल के दुर्गप्पा पिछले गुरुवार को कलबुर्गी सेंट्रल जेल से रिहा हुए, जो कर्नाटक के रायचूर जिले के एक खेत मजदूर थे। हालांकि, उन्हें अपनी आज़ादी पाने के लिए एक लाख एक हजार रुपए का जुर्माना चुकाना पड़ा। दुर्गप्पा को 2013 में अपनी पत्नी की हत्या के लिए दोषी ठहराया गया था और उन्हें उम्रकैद की सजा मिली थी। हालांकि, उन्हें नवंबर 2024 में अच्छे व्यवहार के कारण रिहा किया जाना था, लेकिन कोर्ट द्वारा लगाए गए जुर्माने ने उनकी रिहाई में मुश्किल पैदा की थी।
दुर्गप्पा के पास किसी प्रकार का आर्थिक सहारा नहीं था और उनके पास जुर्माना चुकाने के लिए पैसे नहीं थे। लेकिन जेल में रहते हुए उन्होंने कुक का काम किया था और उनकी कमाई से उनका खाता बढ़ गया था। पहले उन्हें जेल में प्रतिदिन 100-150 रुपए मिलते थे, लेकिन बाद में सरकार ने उनकी मजदूरी बढ़ाकर ₹524 कर दी। इस वजह से उनके खाते में लगभग 2 लाख 80 हजार रुपए जमा हो गए थे।
जेल के अधिकारियों और कलबुर्गी जेल की मुख्य अधीक्षक आर अनिता ने मदद की और दुर्गप्पा को बैंक ले जाकर उनका जुर्माना भरवाया। इसके बाद वे रायचूर सत्र न्यायालय में पेश हुए और जुर्माना चुकाने के बाद कोर्ट ने उनकी तत्काल रिहाई का आदेश दिया। अब दुर्गप्पा को 18 महीने की अतिरिक्त सजा से बचकर रिहा कर दिया गया है।