Edited By Parminder Kaur,Updated: 18 Apr, 2025 01:26 PM
सोना सिर्फ एक धातु नहीं, बल्कि भारत की परंपरा और भावनाओं से जुड़ा हिस्सा है। शादियों, त्योहारों और पूजा-पाठ जैसे हर खास मौके पर इसका महत्व होता है। आजकल सोने की चमक के साथ-साथ इसकी कीमतें भी आसमान छू रही हैं। लगभग 1 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम के करीब...
नेशनल डेस्क. सोना सिर्फ एक धातु नहीं, बल्कि भारत की परंपरा और भावनाओं से जुड़ा हिस्सा है। शादियों, त्योहारों और पूजा-पाठ जैसे हर खास मौके पर इसका महत्व होता है। आजकल सोने की चमक के साथ-साथ इसकी कीमतें भी आसमान छू रही हैं। लगभग 1 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम के करीब पहुंच गई हैं। इस वजह से आम आदमी के लिए सोना खरीदना मुश्किल हो गया है। हर कोई यही जानना चाहता है कि आखिर सोना इतना महंगा क्यों हो रहा है? डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ पॉलिसी का भी सोने की कीमतों पर असर पड़ा है, जिससे इसके दाम और बढ़ गए हैं। पिछले कुछ दिनों में सोने की खरीदारी में कमी आई है। आइए जानते हैं कि सोना इतना महंगा क्यों हो रहा है और कैरेट के हिसाब से सोने की शुद्धता क्या होती है...
ट्रंप के टैरिफ का सोने पर असर
दरअसल, ट्रंप की टैरिफ नीति का सीधा असर सोने की कीमतों पर पड़ा है। 2 अप्रैल को ट्रंप ने टैरिफ का ऐलान किया था, जिसके बाद 8 अप्रैल से ही सोने के दाम तेजी से बढ़ने लगे। 17 अप्रैल को सोने की कीमत 7,100 रुपये प्रति 10 ग्राम बढ़कर 97,700 रुपये तक पहुंच गई। इससे आम लोगों के लिए सोना खरीदना बहुत मुश्किल हो गया है, खासकर उन परिवारों के लिए जिनके घरों में शादियां हैं।
सोना इतना महंगा क्यों हो रहा है?
जब भी दुनिया में कोई बड़ा संकट आता है, जैसे युद्ध, आर्थिक मंदी या शेयर बाजार में गिरावट, तो लोग अपना पैसा सुरक्षित निवेश के तौर पर सोने में लगाना शुरू कर देते हैं। इससे सोने की मांग बढ़ जाती है और इसके दाम भी बढ़ जाते हैं। इसके अलावा जब अमेरिकी डॉलर कमजोर होता है, तो सोने की कीमतें बढ़ जाती हैं क्योंकि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सोने की कीमत डॉलर में तय होती है। कमजोर डॉलर के कारण सोना महंगा हो जाता है, जबकि मजबूत डॉलर होने पर सोना थोड़ा सस्ता हो सकता है। आजकल अमेरिकी डॉलर लगातार कमजोर हो रहा है।
अक्षय तृतीया से बढ़ी मांग
एक तरफ डॉलर के कमजोर होने से सोने के दाम बढ़ रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ 30 अप्रैल को भारत में अक्षय तृतीया का त्योहार है। इस त्योहार पर सोना खरीदना शुभ माना जाता है, जिससे सोने की मांग और बढ़ गई है। अनुमान है कि आने वाले दो हफ्तों में सोने की कीमतों में एक बार फिर उछाल आ सकता है।
कैरेट के अनुसार सोने की शुद्धता
सोना अलग-अलग शुद्धता में मिलता है, जिसे कैरेट में मापा जाता है। कैरेट के आधार पर ही सोने की कीमत तय होती है। आइए जानते हैं कि कितने कैरेट के सोने में कितनी शुद्धता होती है...
24 कैरेट: यह सबसे शुद्ध सोना होता है, लगभग 99.9% प्योर। हालांकि, यह बहुत नरम होता है। इसलिए इससे गहने नहीं बनाए जा सकते।
22 कैरेट: इसमें 91.6% सोना होता है और बाकी में अन्य धातुएं मिली होती हैं। भारत में ज्यादातर गहने इसी सोने से बनते हैं।
18 कैरेट: इसमें 75% सोना होता है और बाकी 25% अन्य धातुएं होती हैं। इसका इस्तेमाल फैशनेबल गहने बनाने में खूब होता है।
14 कैरेट या उससे कम: यह सोना सस्ता होता है, लेकिन इसकी शुद्धता कम होती है और इसलिए इसका मूल्य भी कम होता है।