Edited By Mahima,Updated: 19 Nov, 2024 11:28 AM
अनिरुद्धाचार्य महाराज ने ग्वालियर में एक विशेष बातचीत में 'बटेंगे तो कटेंगे' बयान को सही ठहराया, कश्मीर में हिंदुओं के कटने का कारण बिखराव बताया। उन्होंने धर्म जाग्रति, शराबबंदी, और गौ माता को राज्य माता का दर्जा देने पर भी अपने विचार व्यक्त किए।...
नेशनल डेस्क: विश्व विख्यात कथा वाचक और संत अनिरुद्धाचार्य महाराज वर्तमान में उत्तर प्रदेश के ग्वालियर जिले के प्रवास पर हैं, जहां वे दंदरौआ धाम और बड़ागांव में आयोजित कार्यक्रमों में कथा वाचन कर रहे हैं। इस दौरान उन्होंने News24 के संवाददाता कर्ण मिश्रा से एक विशेष बातचीत की, जिसमें उन्होंने कई महत्वपूर्ण विषयों पर अपने विचार व्यक्त किए। खासकर 'बटेंगे तो कटेंगे', गौ माता को राज्य माता का दर्जा देने और शराबबंदी जैसे मुद्दों पर उन्होंने अपनी राय दी। इसके साथ ही उन्होंने सनातन धर्म की रक्षा के लिए सभी सनातनियों को एकजुट होने का संदेश भी दिया।
"बटेंगे तो कटेंगे" पर क्या बोले अनिरुद्धाचार्य महाराज?
राजनीतिक और सामाजिक हलकों में चर्चा का विषय बने 'बटेंगे तो कटेंगे' के संदर्भ में अनिरुद्धाचार्य महाराज ने कहा कि यह बिल्कुल सही बात है। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि कश्मीर में हिंदू क्यों कटे, इसका कारण यही है कि वहां लोग बिखरे हुए थे। यदि सभी एकजुट होते, तो क्या कोई आपको नुकसान पहुंचा सकता था? उन्होंने यह भी कहा कि "संगठित होते तो क्या कोई आपको काट सकता था?" और यही कारण है कि आज हमें एकजुट रहने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि "यदि आज आप बिखर जाएंगे, तो फिर आप कचरा हो जाएंगे।" इसलिए मुट्ठी की तरह एकजुट होना बहुत जरूरी है।
धर्म जाग्रति पर जोर
अनिरुद्धाचार्य महाराज ने समाज में धर्म जाग्रति की आवश्यकता पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा, "धर्म के बिना कुछ भी नहीं है। आज धर्म की रक्षा और जागृति बेहद जरूरी है। यदि हम धर्म की रक्षा करेंगे तो धर्म हमारी रक्षा करेगा।" उन्होंने आगे कहा कि इंसान और जानवर में सबसे बड़ा अंतर धर्म का है। कुत्ते-बिल्ली में धर्म नहीं होता, इसलिए वे जानवर होते हैं, जबकि इंसान में धर्म होता है, इसी कारण वह इंसान कहलाता है। सोशल मीडिया को धर्म जाग्रति के बड़े माध्यम के रूप में पहचानते हुए, उन्होंने इसके दुरुपयोग पर भी चिंता जताई। उन्होंने कहा, "सोशल मीडिया का इस्तेमाल धर्म जाग्रति के लिए किया जाना चाहिए, लेकिन अफसोस कि इसका दुरुपयोग भी हो रहा है। आज भी बहुत से लोग भगवान राम, सीता मां और मीराबाई को गलत बताते हैं।"
शराबबंदी पर ठोस कदम उठाने की अपील
अनिरुद्धाचार्य महाराज ने प्रदेश और देश में शराबबंदी के लिए ठोस कदम उठाने की अपील की। उन्होंने कहा, "पूर्ण शराबबंदी के लिए लोगों का आगे आना बहुत जरूरी है, लेकिन वे तब तक आगे नहीं आ सकते जब तक सरकार इस पर ठोस कदम न उठाए।" उन्होंने यह भी कहा कि आज सरकार शराब को लाइसेंस देकर बेचने की अनुमति दे रही है, जिससे समाज में शराब का माहौल बनता जा रहा है। इसके अलावा, बॉलीवुड पर भी उन्होंने निशाना साधते हुए कहा, "बॉलीवुड ने गाने बनाए हैं, जिनसे लोग शराब पीने को प्रेरित होते हैं। जब लोग ऐसे गाने सुनेंगे तो वे सोचेंगे कि गम भुलाने के लिए एक पैग ले लिया जाए।" उन्होंने यह भी कहा कि यदि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शराबबंदी के लिए नोटबंदी जैसा फैसला लें, तो कोई भी इस फैसले को रोक नहीं सकता।
गौ माता को राज्य माता का दर्जा देने की मांग
अनिरुद्धाचार्य महाराज ने मध्य प्रदेश सरकार से गौ माता को राज्य माता का दर्जा देने की भी मांग की। उनका कहना था कि "गाय सभी की माता है। भगवान श्री कृष्ण ने भी गायों की सेवा की थी, इसलिए गौ माता को सम्मानित करना जरूरी है।" उन्होंने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से यह आग्रह किया कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने गाय को राज्य माता का दर्जा दिया है, तो मध्य प्रदेश में यह क्यों नहीं हो सकता? उन्होंने राज्य सरकार के मंत्री राकेश शुक्ला से भी यह मुद्दा उठाया और उम्मीद जताई कि इस दिशा में जल्द कदम उठाए जाएंगे।
आज के दौर में सनातनियों को एकजुट होने का संदेश
अनिरुद्धाचार्य महाराज ने सनातन धर्म के पालन और उसकी रक्षा की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि आज के समय में सभी सनातनियों को एकजुट होकर धर्म की रक्षा के लिए कदम उठाने चाहिए। समाज में धर्म जागरूकता फैलाने के लिए हर व्यक्ति को अपनी जिम्मेदारी समझनी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि समाज में अच्छाई और बुराई दोनों हैं, लेकिन हमें अपने कर्मों से अच्छे परिणाम की ओर बढ़ना चाहिए। अनिरुद्धाचार्य महाराज की यह विशेष बातचीत समाज और धर्म से जुड़े कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर प्रकाश डालती है। उनके विचार, जो धार्मिक जागृति, शराबबंदी, गौ माता को राज्य माता का दर्जा देने और हिंदू समाज की एकता पर केंद्रित थे, वर्तमान समय में समाज के लिए प्रेरणास्त्रोत बन सकते हैं।