Edited By Rohini Oberoi,Updated: 30 Mar, 2025 09:15 PM

मध्य प्रदेश में अभी भीषण गर्मी का दौर शुरू नहीं हुआ है लेकिन कई इलाकों में पानी की भारी किल्लत ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। ऐसी ही एक स्थिति मंडला जिले के बिछिया विधानसभा क्षेत्र के एक गांव में देखी जा रही है। यहां के ग्राम पंचायत दानी टोला के...
नेशनल डेस्क। मध्य प्रदेश में अभी भीषण गर्मी का दौर शुरू नहीं हुआ है लेकिन कई इलाकों में पानी की भारी किल्लत ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। ऐसी ही एक स्थिति मंडला जिले के बिछिया विधानसभा क्षेत्र के एक गांव में देखी जा रही है। यहां के ग्राम पंचायत दानी टोला के पीपरटोला गांव में 1,000 से ज्यादा लोग रहते हैं और पानी की समस्या इस कदर बढ़ गई है कि इसका असर गांव के सामाजिक जीवन पर भी पड़ने लगा है।
पानी की किल्लत से युवा हो रहे प्रभावित
गांव में पानी की भारी कमी का असर यह हो रहा है कि आधे से ज्यादा युवक शादी नहीं कर पा रहे हैं। गांव में शादी के रिश्ते तो आते हैं लेकिन जब पानी की स्थिति के बारे में पूछा जाता है तो रिश्ते खारिज हो जाते हैं। एक गांववासी ने बताया कि यहां के लोग नदी से रेत के बीच से पानी छानकर लाते हैं जोकि बहुत ही कठिन कार्य है। इस वजह से शादी के लिए लड़की वालों को डर रहता है कि उनकी बेटी की जिंदगी में भी पानी की किल्लत हो सकती है।
पानी की समस्या का समाधान नहीं
गांववाले कई सालों से 1 किलोमीटर दूर स्थित हालोन नदी से पानी लाकर अपना जीवन यापन कर रहे हैं। इस कठिन प्रक्रिया के कारण दिन का अधिकांश समय पानी भरने में ही निकल जाता है और इसका असर बच्चों की पढ़ाई और कामकाजी लोगों की मेहनत पर पड़ रहा है। गांव में ज्यादातर लोग मजदूर हैं और महिलाएं पानी लाने में अपना पूरा दिन बर्बाद करती हैं।
यह भी पढ़ें: शहर का ऐसा गांव जहां आधे से ज्यादा युवक हैं कुंवारे, नहीं आ रही कोई दुल्हन, वजह जानकार रह जाएंगे दंग
नल-जल योजना के बावजूद समस्या बनी हुई है
गांव में नल-जल योजना के तहत नल जरूर लगे हैं लेकिन वे केवल धूल खा रहे हैं और काम नहीं कर रहे हैं। इसके कारण ग्रामीणों को नदी से रेत छानकर पानी लाना पड़ता है। ये समस्या काफी पुरानी हो गई है और गांववाले इसकी शिकायत प्रशासन से भी करते आ रहे हैं। हालांकि अब मीडिया में मामला सामने आने के बाद पीएचई विभाग के अधिकारियों ने जल्द ही पानी मुहैया कराने का आश्वासन दिया है।
पानी की किल्लत के कारण रिश्ते खारिज
गांव में लड़कों के लिए शादी के रिश्ते आते हैं लेकिन जब पानी की समस्या के बारे में पूछा जाता है तो हर कोई अपनी बेटी की शादी यहां करने से बचता है। एक रिश्तेदार ने कहा कि, "हम अपनी बेटी को यहां शादी करने के लिए नहीं भेजेंगे क्योंकि यहां पानी की कमी है और वह यहां प्यासी मर सकती है।" इस गांव के लोग पूरे साल पानी की समस्या से जूझते रहते हैं खासकर बारिश के मौसम को छोड़कर।
पानी के संकट से जूझ रहे दूसरे गांव
यह समस्या केवल पीपरटोला गांव तक सीमित नहीं है बल्कि मंडला जिले के अन्य गांवों में भी पानी की किल्लत देखने को मिल रही है। प्रशासन को इस गंभीर समस्या पर जल्द ध्यान देना चाहिए और ग्रामीणों को पानी की उपलब्धता सुनिश्चित करनी चाहिए ताकि उनकी परेशानियों का समाधान हो सके।
वहीं मंडला जिले के इस गांव में पानी की किल्लत अब एक गंभीर सामाजिक और पारिवारिक मुद्दा बन गई है। युवाओं की शादी, बच्चों की शिक्षा और महिलाओं के जीवन पर इसका गहरा असर हो रहा है। प्रशासन से उम्मीद की जाती है कि वे इस समस्या को हल करने के लिए जल्द कदम उठाएंगे।