Edited By rajesh kumar,Updated: 05 Sep, 2024 05:57 PM
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार अभियान की वस्तुतः शुरुआत करते हुए लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने गुरुवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को हाल ही में सिंधुदुर्ग में छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा गिरने की घटना के लिए...
नेशनल डेस्क: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार अभियान की वस्तुतः शुरुआत करते हुए लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने गुरुवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को हाल ही में सिंधुदुर्ग में छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा गिरने की घटना के लिए महाराष्ट्र के प्रत्येक व्यक्ति से माफी मांगनी चाहिए। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन की आलोचना करते हुए राहुल गांधी ने आश्चर्य जताया कि प्रधानमंत्री को केवल छत्रपति से ही माफी क्यों मांगनी चाहिए और उन्हें मालवण में राजकोट किले में हुई त्रासदी के लिए सभी महाराष्ट्रवासियों से माफी मांगनी चाहिए, जो एक भ्रष्टाचार से भरी परियोजना के कारण हुई थी।
प्रधानमंत्री ने माफी क्यों मांगी? इसके कई कारण हैं- राहुल गांधी
राहुल गांधी ने बिना किसी रोक-टोक के हमला करते हुए कहा, "केवल वही व्यक्ति माफी मांगेगा जिसने गलती की हो। प्रधानमंत्री ने माफी क्यों मांगी? इसके कई कारण हैं। सबसे पहले, यह परियोजना आरएसएस से जुड़े लोगों को दी गई थी, दूसरे, इसके निर्माण में भ्रष्टाचार हुआ था और इसे बनाने वालों ने राज्य को लूटा था और तीसरे, छत्रपति की मूर्ति तो बनाई गई, लेकिन उन्होंने इस बात का ध्यान नहीं रखा कि यह खड़ी रहेगी या नहीं। इसलिए छत्रपति शिवाजी महाराज जैसे महान व्यक्ति की मूर्ति इतने कम समय में गिर गई।" कांग्रेस नेता स्थानीय दिग्गज दिवंगत पतंगराव कदम की मूर्ति का अनावरण करने के बाद एक सार्वजनिक रैली को संबोधित कर रहे थे, जिनका मार्च 2018 में निधन हो गया था।
भाजपा दशकों से पूरे भारत में नफरत फैला रही- कांग्रेस नेता
राहुल गांधी ने कहा कि महाराष्ट्र एक प्रगतिशील राज्य है और छत्रपति शिवाजी महाराज, राजर्षि छत्रपति शाहू महाराज, महात्मा ज्योतिराव फुले, बी.आर. अंबेडकर जैसे महापुरुषों की विचारधाराओं और शिक्षाओं से ओतप्रोत है और आज देश "राजनीति नहीं बल्कि वैचारिक युद्ध" देख रहा है। राहुल गांधी ने कहा, "कांग्रेस की विचारधारा भी उनसे काफी मिलती-जुलती है... लेकिन भाजपा के आदर्श इन महान महापुरुषों के विपरीत हैं। भाजपा दशकों से पूरे भारत में नफरत फैला रही है, हिंसा भड़का रही है और लोगों को बांट रही है। पहले महान महापुरुषों ने उस प्रवृत्ति से लड़ाई लड़ी, अब कांग्रेस भाजपा के खिलाफ लड़ रही है।"
उन्होंने दोहराया कि कैसे भाजपा विकास का लाभ कुछ चुनिंदा लोगों को देना चाहती है जबकि नफरत, हिंसा भड़काने, समुदायों, भाषा और व्यक्तियों को एक-दूसरे के खिलाफ खड़ा करने के जरिए बाकी सभी को पिछड़ा रखना चाहती है। विपक्ष के नेता ने कहा कि भाजपा हर दिन संविधान पर हमला कर रही है, अपने लोगों को सभी लोकतांत्रिक और संवैधानिक संस्थानों में रखकर उन्हें कमजोर कर रही है। अगर कोई आरएसएस-भाजपा से जुड़ा है तो उसकी योग्यता को दरकिनार कर दिया जाता है।
राहुल गांधी ने कहा, "हम लंबे समय से जाति जनगणना की मांग कर रहे हैं, क्योंकि हम यह जानना चाहते हैं कि देश के संसाधनों और प्रगति के फल से वास्तव में कौन लाभान्वित हो रहा है। लेकिन भाजपा लगातार इसके खिलाफ रही है। हमारे दबाव बनाने के बाद ही उन्होंने माना है कि जाति जनगणना की जरूरत है। कांग्रेस और हमारे सहयोगी दल जाति जनगणना कराने के लिए प्रतिबद्ध हैं और इसे किसी भी कीमत पर करेंगे।"