संसद सत्र को लेकर Sadhguru ने क्यों जताई नाराजगी ? सोशल मीडिया पर विपक्ष को दे डाली बड़ी सलाह

Edited By Mahima,Updated: 12 Dec, 2024 11:50 AM

why did sadhguru express displeasure over the parliament session

Sadhguru ने भारतीय संसद में हो रहे हंगामों पर नाराजगी जताई और विपक्ष को सलाह दी कि वे उद्योगपतियों को निशाना बनाने के बजाय कानून का सहारा लें। उनका कहना था कि भारत की तरक्की के लिए व्यवसायों को बढ़ावा देना जरूरी है। Sadhguru ने राजनीति से ऊपर उठकर...

नेशनल डेस्क: भारत के शीतकालीन संसद सत्र के पहले दिन से ही विपक्षी दलों द्वारा लगातार हंगामा किया जा रहा है। विपक्ष ने जहां अडानी मुद्दे, सरकार की नीतियों और अन्य मामलों को लेकर सत्तापक्ष पर सवाल उठाए, वहीं संसद के बाहर भी विरोध प्रदर्शन किए गए। इस हंगामे का असर न केवल संसद की कार्यवाही पर पड़ा, बल्कि देशभर में इस पर विभिन्न प्रतिक्रियाएं भी आईं। इस बीच, आध्यात्मिक गुरु Sadhguru ने भी इस मुद्दे पर अपनी नाराजगी जाहिर की और विपक्ष को एक महत्वपूर्ण सलाह दी। 

Sadhguru का ट्वीट: संसद में व्यवधान पर नाराजगी
Sadhguru ने इस मामले पर अपनी चिंता व्यक्त करते हुए ट्विटर (अब एक्स) पर एक पोस्ट साझा किया। Sadhguru ने विपक्षी दलों की राजनीति पर कड़ी प्रतिक्रिया दी, खासकर जब वे उद्योगपतियों को निशाना बना रहे थे। उन्होंने कहा कि अगर कोई उद्योगपति या व्यक्ति गलत कार्य कर रहा है तो इसका समाधान कानून द्वारा किया जाना चाहिए, न कि संसद में बार-बार हंगामा करके देश की प्रगति में रुकावट डालनी चाहिए। Sadhguru ने अपने ट्वीट में लिखा, "भारतीय संसद में व्यवधान देखना बेहद निराशाजनक है, खासकर तब जब हम दुनिया के सामने सबसे बड़े और सफल लोकतंत्र का उदाहरण पेश करना चाहते हैं।" उन्होंने विपक्ष से अपील की कि राजनीतिक विवादों के कारण देश की संसद की कार्यवाही बाधित न की जाए, क्योंकि इसका असर पूरे देश की प्रतिष्ठा और विकास पर पड़ता है। Sadhguru ने यह भी कहा कि देश में कारोबार और उद्योगों को बढ़ावा देना आवश्यक है, क्योंकि यही देश की अर्थव्यवस्था और रोजगार को मजबूती प्रदान करता है।

"कानूनी प्रक्रिया से समाधान ही सही तरीका"
Sadhguru ने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा कि अगर किसी व्यक्ति ने कोई गलत कार्य किया है तो उसे सियासी मुद्दा नहीं बनाना चाहिए, बल्कि कानून का सहारा लिया जाना चाहिए। उन्होंने संसद के बाहर हो रहे प्रदर्शन और विरोध प्रदर्शनों को सियासी फुटबॉल की तरह इस्तेमाल करने की आलोचना की। उनका मानना था कि इस तरह की राजनीति केवल समस्याओं को बढ़ाती है, जबकि असली समाधान कानून के जरिए ही पाया जा सकता है। Sadhguru ने यह भी कहा कि जब हम दुनिया को भारतीय लोकतंत्र का सबसे बड़ा उदाहरण दिखाने की कोशिश कर रहे हैं, तो हमें अपनी संसद की कार्यवाही को गंभीरता से लेना चाहिए और किसी भी प्रकार के व्यवधान से बचना चाहिए। उन्होंने सुझाव दिया कि विपक्ष को भारत के विकास में अपना योगदान देना चाहिए, न कि केवल राजनीति करना चाहिए। 

भारतीय व्यवसायों का महत्व
Sadhguru का कहना था कि भारतीय व्यवसायों और उद्योगों को बढ़ावा देना बहुत जरूरी है। उनका मानना है कि यही वे क्षेत्र हैं जो भारतीय अर्थव्यवस्था को सशक्त करते हैं और रोजगार के अवसर प्रदान करते हैं। देश के लिए यह आवश्यक है कि व्यवसायों को प्रोत्साहित किया जाए ताकि वे आगे बढ़ सकें और पूरे देश की आर्थिक स्थिति को मजबूत कर सकें। उन्होंने स्पष्ट कहा कि यदि कोई उद्योगपति या व्यवसायी गलत कार्य कर रहा है, तो उसे व्यक्तिगत रूप से आरोपित किया जाना चाहिए, लेकिन उस उद्योग या व्यवसाय के पूरे क्षेत्र को बदनाम करना उचित नहीं है। व्यवसायों को बिना किसी डर या आरोप के अपने काम को करने का अवसर मिलना चाहिए, ताकि वे देश की आर्थिक प्रगति में अपना योगदान दे सकें। 

Sadhguru की सलाह: राजनीति से ऊपर उठकर काम करें
Sadhguru ने राजनीतिक दलों से यह आग्रह किया कि वे अपनी राजनीति को कुछ हद तक छोड़कर देश के भविष्य के बारे में सोचें। उनका कहना था कि भारत को एक 'भव्य भारत' बनाने के लिए सभी को मिलकर काम करना चाहिए। इसमें किसी एक पार्टी या विचारधारा की कोई भूमिका नहीं होनी चाहिए, बल्कि यह सभी भारतीयों की जिम्मेदारी होनी चाहिए। Sadhguru का मानना है कि भारत को एक ऐसा राष्ट्र बनाना चाहिए, जहां हर नागरिक को रोजगार मिले, हर परिवार का जीवन स्तर ऊंचा हो, और हर व्यवसाय को अपनी क्षमता के अनुसार काम करने का अवसर मिले। उन्होंने कहा, "हमें भारत को एक आत्मनिर्भर और समृद्ध राष्ट्र बनाने के लिए अपनी पूरी क्षमता का उपयोग करना चाहिए।"

Sadhguru का यह बयान विशेष रूप से महत्वपूर्ण है क्योंकि यह उस समय आया है जब संसद में लगातार हंगामा और विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। राजनीतिक दलों के बीच आरोप-प्रत्यारोप की झड़पों ने संसद की कार्यवाही को प्रभावित किया है, और इससे जनता के बीच एक नकारात्मक संदेश जा रहा है। Sadhguru का संदेश उन सभी के लिए था जो इस वक्त देश की प्रगति और समृद्धि के लिए अपनी जिम्मेदारी समझते हैं। Sadhguru ने अपनी बातों से यह स्पष्ट किया कि संसद में होने वाली राजनीति से देश की प्रगति में कोई योगदान नहीं मिलता। इसके बजाय, अगर राजनीतिक दल मिलकर काम करें और देश के भविष्य पर ध्यान केंद्रित करें, तो भारत को वह महान स्थिति हासिल हो सकती है जिसका सपना हम सभी देखते हैं। Sadhguru ने यह भी कहा कि अगर हम अपनी समस्याओं का हल सिर्फ सियासी मुद्दों के रूप में लाते हैं, तो हम अपने विकास की गति को धीमा कर देंगे। इसके बजाय, हमें अपने लोकतंत्र को और मजबूत बनाना चाहिए और ऐसे मुद्दों को कानून और व्यवस्था के माध्यम से हल करना चाहिए।

 

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