Edited By Parminder Kaur,Updated: 13 Dec, 2024 05:06 PM
सर्दी के मौसम में आपने अक्सर लोगों को यह कहते सुना होगा कि "गीले बालों के साथ बाहर मत जाओ, वरना जुकाम हो जाएगा," या "कोट पहने बिना बाहर मत निकलो, नहीं तो आपको जुकाम हो जाएगा।" हालांकि, यह पूरी तरह से सही नहीं है। सच्चाई थोड़ी जटिल है। ठंड से आपको...
नेशनल डेस्क. सर्दी के मौसम में आपने अक्सर लोगों को यह कहते सुना होगा कि "गीले बालों के साथ बाहर मत जाओ, वरना जुकाम हो जाएगा," या "कोट पहने बिना बाहर मत निकलो, नहीं तो आपको जुकाम हो जाएगा।" हालांकि, यह पूरी तरह से सही नहीं है। सच्चाई थोड़ी जटिल है। ठंड से आपको सीधे जुकाम नहीं होता, लेकिन ठंडे मौसम में सर्दी-जुकाम और फ्लू से संबंधित वायरस आसानी से फैल सकते हैं।
ठंड में क्यों फैलता है वायरस का ज्यादा संक्रमण
शोध बताते हैं कि ठंडे मौसम में वायरस, जैसे राइनोवायरस (जो सामान्य सर्दी का कारण बनता है), फ्लू और कोविड-19 (SARS-CoV-2) तेजी से फैलते हैं। इसका एक कारण यह है कि ठंडे और शुष्क मौसम में वायरस लंबे समय तक सक्रिय रहते हैं और जल्दी फैलते हैं। इसके अलावा जब तापमान कम होता है तो लोग आमतौर पर घर के अंदर अधिक समय बिताते हैं और एक दूसरे के साथ निकट संपर्क में रहते हैं, जिससे वायरस का फैलाव और बढ़ जाता है।
क्या ठंडी हवा और शुष्क मौसम वायरस को ज्यादा फैलने में मदद करते हैं?
ठंड का मौसम इन्फ्लूएंजा (फ्लू) वायरस की बाहरी झिल्ली को बदल सकता है, जिससे वायरस का रूप ज्यादा कठोर और रबर जैसा हो जाता है। वैज्ञानिकों का मानना है कि ऐसी बाहरी झिल्ली से वायरस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में आसानी से संक्रमण कर सकता है। इसके अलावा सर्दियों में शुष्क हवा वायरस को लंबे समय तक संक्रामक बनाए रखने में मदद करती है। शुष्क हवा में छींक और खांसने से निकलने वाली बूंदें जल्दी सूखकर छोटे कणों में बदल जाती हैं, जो हवा में लंबे समय तक रहते हैं और दूर-दूर तक फैल सकते हैं।
सर्दी के मौसम में हमारी इम्यून सिस्टम पर क्या असर पड़ता है?
सर्दी के मौसम में हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली (immune system) भी प्रभावित होती है। ठंडी हवा से श्वसन मार्ग (respiratory tract) में प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है, जिससे वायरस के लिए शरीर में बने रहना आसान हो जाता है। यह कारण है कि ठंड से बचाव के लिए स्कार्फ या मास्क पहनने की सलाह दी जाती है, क्योंकि इससे नाक और मुंह से अंदर जाने वाली हवा गर्म हो जाती है और इन्फेक्शन का खतरा कम होता है।
कम धूप और शारीरिक गतिविधि का भी असर
सर्दी के मौसम में सूरज की रोशनी कम मिलती है, जो एक बड़ी समस्या हो सकती है। सूरज की रोशनी से हमें विटामिन डी मिलता है, जो हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली के लिए जरूरी है। इसके अलावा सर्दी में शारीरिक गतिविधि भी कम हो जाती है। बर्फीले मौसम में लोग बाहर जाकर व्यायाम करने के बजाय घर के अंदर रहते हैं, जिससे उनका शारीरिक स्वास्थ्य कमजोर हो सकता है और वायरस का संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ जाता है।
क्या ठंड में बीमारियां ज्यादा फैलती हैं?
हां, सर्दी के मौसम में फ्लू, रेस्पिरेटरी सिंसिटियल वायरस (RSV) और अन्य श्वसन संबंधित वायरस का फैलना ज्यादा सामान्य है। हालांकि, कोविड-19 जैसे वायरस ठंडे मौसम में फैलने वाले श्वसन वायरस नहीं हैं। उदाहरण के लिए 2020 के बाद से कोविड-19 संक्रमण गर्मियों में बढ़े हैं, जबकि ठंड में इसका फैलाव कम रहा था।