Edited By Rohini Oberoi,Updated: 11 Mar, 2025 11:33 AM

गर्मियों में भारत में सांपों के हमलों के मामले बढ़ जाते हैं खासकर कोबरा और रसैल वाइपर जैसे घातक सांपों के। ये दोनों सांप अत्यधिक विषैले होते हैं और इनके काटने से जान पर खतरा हो सकता है। इनकी सक्रियता आमतौर पर मार्च से शुरू होती है जब ये लंबी नींद से...
नेशनल डेस्क। गर्मियों में भारत में सांपों के हमलों के मामले बढ़ जाते हैं खासकर कोबरा और रसैल वाइपर जैसे घातक सांपों के। ये दोनों सांप अत्यधिक विषैले होते हैं और इनके काटने से जान पर खतरा हो सकता है। इनकी सक्रियता आमतौर पर मार्च से शुरू होती है जब ये लंबी नींद से जागकर अपने भोजन की तलाश में खेतों, बागों और रिहायशी इलाकों में पहुंचने लगते हैं।
कोबरा सांप
कोबरा अपने आकर्षक दिखने के बावजूद अत्यधिक जहरीला होता है। यह भारत और पाकिस्तान में पाया जाता है और आमतौर पर भूरा या काला होता है इसके शरीर पर सफेद या पीले रंग के धब्बे होते हैं। इसका जहर न्यूरोटॉक्सिन से भरा होता है जो शरीर के नर्वस सिस्टम पर हमला करता है और मासपेशियों को पैरालाइज कर सकता है। कोबरा अपनी शिकार को डराने के लिए अपना सिर फैलाता है और खतरनाक मुद्रा अपनाता है इसके बाद यह तेजी से हमला करता है। यह ज्यादातर रात में सक्रिय रहता है।

रसैल वाइपर
रसैल वाइपर भारत, पाकिस्तान और बांग्लादेश में पाया जाता है। यह लगभग 3 से 4 फीट लंबा होता है लेकिन कभी-कभी 6 फीट तक बढ़ सकता है। इसकी विषाक्तता इतनी अधिक होती है कि यह इंसान को मारने तक की क्षमता रखता है। इस सांप का जहर "हैमोटोएक्सिन" होता है जो रक्त प्रवाह को बढ़ा देता है और रक्त कोशिकाओं को नष्ट कर देता है जिससे मांसपेशियां गलने लगती हैं। अगर समय रहते इलाज मिल जाए तो इस सांप के काटने से जीवन बचाया जा सकता है।

सुरक्षा के उपाय
अगर आप इन सांपों से बचना चाहते हैं तो खासकर गर्मियों में सावधानी बरतें। सांपों से बचने के लिए खुले मैदानों या जंगली इलाकों में जाने से बचें। यदि सांप का सामना हो तो घबराएं नहीं धीरे-धीरे पीछे हटें और किसी विशेषज्ञ या डॉक्टर से मदद लें।
इन दोनों सांपों की विषाक्तता से बचने के लिए समय पर इलाज और सावधानी रखना बेहद महत्वपूर्ण है।