Edited By Parveen Kumar,Updated: 24 Sep, 2024 05:02 PM
भारत में शादी का उत्सव एक भव्य त्योहार की तरह मनाया जाता है। विभिन्न प्रांतों में शादी की रस्में कई दिनों तक चलती हैं। हल्दी और मेहंदी जैसी रस्में तो आमतौर पर हर जगह होती हैं। लेकिन कुछ स्थानों पर ऐसी अनोखी रस्में भी हैं, जिनके बारे में जानकर हैरानी...
नेशनल डेस्क : भारत में शादी का उत्सव एक भव्य त्योहार की तरह मनाया जाता है। विभिन्न प्रांतों में शादी की रस्में कई दिनों तक चलती हैं। हल्दी और मेहंदी जैसी रस्में तो आमतौर पर हर जगह होती हैं। लेकिन कुछ स्थानों पर ऐसी अनोखी रस्में भी हैं, जिनके बारे में जानकर हैरानी होती है।
एक विशेष रस्म के तहत, एक गांव में नई दुल्हन को शादी के बाद एक हफ्ते तक बिना कपड़ों के रहना पड़ता है। यह रस्म उस गांव की संस्कृति और परंपराओं से जुड़ी हुई है। इसे एक तरह से दुल्हन की नई जिंदगी की शुरुआत के प्रतीक के रूप में देखा जाता है। इस दौरान दुल्हन को विशेष देखभाल और सम्मान मिलता है, और यह माना जाता है कि यह रस्म उसे सामुदायिक रूप से स्वीकार करने का एक तरीका है। इस प्रकार की रस्में भारतीय संस्कृति की विविधता और विशेषता को दर्शाती हैं। हालांकि, ये रस्में आधुनिकता के दौर में भी कई बार चर्चा का विषय बन जाती हैं, और इनके प्रति लोगों की सोच अलग-अलग होती है।
भारत में हर किसी की संस्कृति, परंपराएं और विचार अलग होते हैं। यहां विभिन्न धर्मों के लोग रहते हैं, और एक जगह से दूसरी जगह पर परंपराएं बदल जाती हैं। कभी-कभी कुछ रस्में बहुत अजीब लगती हैं। ऐसी ही एक रस्म एक गांव में होती है, जहां नई दुल्हन को लगभग एक हफ्ते तक बिना कपड़ों के रहना पड़ता है। इस दौरान उसे अपने दूल्हे से बात करने की भी अनुमति नहीं होती, और दोनों को एक-दूसरे से अलग रखा जाता है। अगर दुल्हन को इस समय पीरियड आते हैं, तो उसे सिर्फ ऊन से बनी एक बेल्ट पहनने की इजाजत होती है।
कैसे शुरू हुई परंपरा
रिपोर्ट्स के अनुसार, पिनी नाम का एक गांव है, जहां एक खास परंपरा है। यहां की महिलाएं सावन के महीने में 5 दिन तक कपड़े नहीं पहनतीं। इस परंपरा में सिर्फ महिलाएं ही नहीं, बल्कि इस समुदाय के पुरुष भी कपड़े नहीं पहनते। इस दौरान वे मांस और शराब जैसे चीजों को हाथ भी नहीं लगाते, क्योंकि उनका मानना है कि इससे उनका भविष्य अच्छा रहता है।
भारत में शादी में कई अजीब रस्में भी होती हैं। एक समुदाय में शादी के बाद कपड़े फाड़ने की रस्म होती है। वहीं, कुछ जगहों पर दूल्हा और दुल्हन को एक कमरे में बंद करने की रस्म निभाई जाती है। गुजरात में एक खास रस्म होती है, जिसमें दूल्हे के पैरों को दूध और शहद से धोया जाता है, और फिर उस पानी को दूल्हे को पिलाया जाता है।