Edited By Radhika,Updated: 18 Dec, 2024 04:05 PM
आम आदमी पार्टी (आप) के प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को घोषणा की कि दिल्ली में उनकी पार्टी के सत्ता में लौटने पर 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों के निःशुल्क उपचार के लिए ‘संजीवनी योजना' शुरू की जाएगी। दिल्ली में विधानसभा चुनाव अगले साल फरवरी में...
नेशनल डेस्क: आम आदमी पार्टी (आप) के प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को घोषणा की कि दिल्ली में उनकी पार्टी के सत्ता में लौटने पर 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों के निःशुल्क उपचार के लिए ‘संजीवनी योजना' शुरू की जाएगी। दिल्ली में विधानसभा चुनाव अगले साल फरवरी में प्रस्तावित है। केजरीवाल ने कहा कि इस योजना के लिए पंजीकरण दो-तीन दिन में शुरू हो जाएगा। दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री ने यहां पार्टी मुख्यालय में आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि आम आदमी पार्टी के स्वयंसेवी इस योजना के लिए पात्र बुजुर्गों का पंजीकरण कराने के लिए घर-घर जाएंगे। केजरीवाल ने कहा कि चुनाव के बाद ‘आप' सरकार इस योजना को लागू करेगी। वहीं यह भी कहा जा रहा कि पीएम मोदी की आयुष्मान योजना पर केजरीवाल की संजीवनी योजना भारी पड़ने वाली है। आखिर कैसे... आइए जानें-
संजीवनी योजना की शुरुआत और उद्देश्य-
दिल्ली सरकार ने "संजिवनी योजना" के तहत वरिष्ठ नागरिकों को मुफ्त चिकित्सा सुविधा देने का वादा किया है। यह योजना 60 वर्ष और उससे अधिक आयु के हर दिल्लीवासी को सरकारी और निजी अस्पतालों में इलाज की सुविधा देगी।
प्रमुख आंकड़े और प्रभाव
लाभार्थियों की संख्या: योजना से 25 लाख वरिष्ठ नागरिक लाभान्वित होंगे।
कवरेज: प्रति व्यक्ति ₹5 लाख तक का इलाज मुफ्त।
योग्यता: दिल्ली का मतदाता पहचान पत्र अनिवार्य।
आयुष्मान भारत से तुलना:
संजिवनी योजना: 60+ आयु वर्ग के सभी नागरिकों को कवर।
आयुष्मान भारत: केवल 70+ आयु वर्ग और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग तक सीमित।
भेदभाव मुक्त: आयुष्मान भारत में पक्का मकान या वाहन होने पर पात्रता खत्म, जबकि अरविंद केजरीवाल की संजीवनी योजना में ऐसा कोई नियम नहीं।
आयुष्मान भारत में धोखाधड़ी:
CAG के अनुसार आयुष्मान भारत में फर्जी लाभार्थी, मृत व्यक्तियों को भुगतान, और बकाए के कारण असली मरीजों को इलाज में कठिनाई हो रही है। इसके विपरीत, हमारी योजना एक सिद्ध और विश्वसनीय योजना है, जिसमें 4.3 लाख दिल्लीवासियों को मुफ्त इलाज, जांच और अन्य स्वास्थ्य सेवाएं मिल चुकी हैं, और ₹170 करोड़ खर्च किए गए हैं।
दिल्ली का स्वास्थ्य मॉडल-
दिल्ली सरकार का स्वास्थ्य बजट 13% है, जो देश में सबसे अधिक है। दिल्ली के अस्पतालों में अन्य राज्यों के 30% मरीज इलाज करवाने आते हैं, जो यहां की सेवाओं की गुणवत्ता को दर्शाता है।
राजनीतिक संदेश
"संजिवनी योजना" दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य मॉडल की मजबूती और भाजपा के आयुष्मान भारत योजना की खामियों को उजागर करने का प्रयास है। यह वरिष्ठ नागरिकों के स्वास्थ्य अधिकारों को प्राथमिकता देने का एक मजबूत कदम है।
दिल्ली सरकार की "संजिवनी योजना" न केवल स्वास्थ्य सेवाओं में एक नई क्रांति है, बल्कि यह यह दिखाती है कि एक राज्य सरकार भी स्वास्थ्य सेवाओं में राष्ट्रीय योजनाओं से बेहतर प्रदर्शन कर सकती है। यह योजना दिल्ली के वरिष्ठ नागरिकों को उनके स्वर्णिम वर्षों में सम्मान और सुरक्षा प्रदान करने का एक सार्थक प्रयास है।