Edited By Rahul Rana,Updated: 26 Dec, 2024 10:39 AM
राजस्थान के कोटा शहर में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। दादाबाड़ी इलाके में रहने वाले एक सरकारी अधिकारी ने अपनी बीमार पत्नी की सेवा के लिए वॉलेंट्री रिटायरमेंट (VRS) लिया लेकिन विदाई समारोह के दिन ही उनकी पत्नी का निधन हो गया। यह घटना न...
नेशनल डेस्क। राजस्थान के कोटा शहर में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। दादाबाड़ी इलाके में रहने वाले एक सरकारी अधिकारी ने अपनी बीमार पत्नी की सेवा के लिए वॉलेंट्री रिटायरमेंट (VRS) लिया लेकिन विदाई समारोह के दिन ही उनकी पत्नी का निधन हो गया। यह घटना न सिर्फ देवेंद्र कुमार के परिवार बल्कि पूरे इलाके के लिए बेहद दुखदायी बन गई।
पत्नी की देखभाल के लिए लिया VRS
देवेंद्र कुमार सेंट्रल वेयर हाउस में मैनेजर के पद पर कार्यरत थे। उनकी पत्नी दीपिका लंबे समय से हार्ट की समस्या से जूझ रही थीं। पत्नी की बीमारी को देखते हुए देवेंद्र ने अपनी नौकरी से तीन साल पहले ही VRS लेने का फैसला किया ताकि वह उनकी बेहतर देखभाल कर सकें।
विदाई के इस खास मौके पर देवेंद्र के दोस्तों और रिश्तेदारों ने मिलकर एक समारोह आयोजित किया था। यह पल उनके जीवन की नई शुरुआत का प्रतीक था लेकिन नियति ने उन्हें ऐसा झटका दिया जिसकी किसी ने कल्पना नहीं की थी।
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समारोह में हुआ हादसा
समारोह में देवेंद्र के दोस्त, रिश्तेदार और परिचित मौजूद थे। सभी लोग उन्हें विदाई देने और नई जिंदगी के लिए शुभकामनाएं देने आए थे। इसी दौरान पत्नी दीपिका को भी पति को माला पहनाने के लिए कहा गया।
माला पहनाने के कुछ ही देर बाद दीपिका को चक्कर आया और वह कुर्सी से गिर पड़ीं। समारोह में मौजूद लोग उन्हें तुरंत अस्पताल ले गए लेकिन वहां डॉक्टर्स ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
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खुशियों का माहौल बदला मातम में
समारोह में जहां एक तरफ खुशी का माहौल था वहीं अचानक इस घटना ने सभी को स्तब्ध कर दिया। सभी लोग जो देवेंद्र को बधाई देने आए थे अब उनके साथ इस बड़े दुख को साझा कर रहे थे। घटना के बाद से पूरे इलाके में शोक का माहौल है।
जीवन की अनिश्चितता का संदेश
देवेंद्र ने अपनी पत्नी के लिए नौकरी छोड़ने का फैसला लिया ताकि वह उनके साथ ज्यादा से ज्यादा समय बिता सकें लेकिन नियति ने उन्हें ऐसा झटका दिया जिससे वह अब अकेले रह गए हैं।
यह घटना न केवल दुखद है बल्कि यह जीवन की अनिश्चितता का भी एक बड़ा उदाहरण है।
वहीं यह कहानी एक ऐसी सच्चाई को उजागर करती है जो बताती है कि हम कितनी भी योजना बना लें लेकिन जीवन के कुछ फैसले हमारे हाथ में नहीं होते।