Edited By Parminder Kaur,Updated: 21 Oct, 2024 11:03 AM
करवाचौथ पर सुहागिनों ने अपने सुहाग की लंबी उम्र के लिए उपवास रखा और हाथों पर सुंदर मेहंदी रचाई। इस मौके पर हिम्मतपुर तल्ला की निवासी गीता मिश्रा ने कुछ खास तरीके से पर्व मनाया। उन्होंने अपने पति डॉ. संतोष मिश्रा की पीठ पर मेडिकल कॉलेज की प्रॉपर्टी...
नेशनल डेस्क. करवाचौथ पर सुहागिनों ने अपने सुहाग की लंबी उम्र के लिए उपवास रखा और हाथों पर सुंदर मेहंदी रचाई। इस मौके पर हिम्मतपुर तल्ला की निवासी गीता मिश्रा ने कुछ खास तरीके से पर्व मनाया। उन्होंने अपने पति डॉ. संतोष मिश्रा की पीठ पर मेडिकल कॉलेज की प्रॉपर्टी लिखकर सोशल मीडिया पर साझा किया।
गीता मिश्रा ने देहदान के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए यह अनोखी पहल की। उनके इस प्रयास की सराहना की गई। उन्होंने बताया कि मेडिकल शिक्षा में विद्यार्थियों को कुशलता हासिल करने के लिए शरीर की आवश्यकता होती है। यदि कोई व्यक्ति मरणोपरांत अपनी देह मेडिकल कॉलेज को दान कर देता है, तो विद्यार्थियों को प्रयोगात्मक काम करने में आसानी होगी। इससे देश का चिकित्सा क्षेत्र और बेहतर होगा और कुशल डॉक्टर तैयार होंगे।
गीता ने बताया कि उनके पति डॉ. संतोष मिश्रा की प्रेरणा से उनके परिवार ने 2013 में देहदान का संकल्प लिया था। तब से वे अपने जान-पहचान के लोगों और समाज के प्रबुद्ध नागरिकों को नेत्रदान और देहदान के लिए प्रेरित कर रहे हैं। डॉ. संतोष मिश्रा ने भी लोगों से आग्रह किया कि इस मुहिम को आगे बढ़ाने के लिए वे स्थानीय मेडिकल कॉलेज के एनाटॉमी विभाग से संपर्क करें।