Edited By Ashutosh Chaubey,Updated: 28 Feb, 2025 02:26 PM
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बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं। एक ओर जहां एनडीए के नेता यह कह रहे हैं कि चुनाव नीतीश कुमार के नेतृत्व में लड़ा जाएगा, वहीं मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार को लेकर सस्पेंस बना हुआ है।
नेशनल डेस्क: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं। एक ओर जहां एनडीए के नेता यह कह रहे हैं कि चुनाव नीतीश कुमार के नेतृत्व में लड़ा जाएगा, वहीं मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार को लेकर सस्पेंस बना हुआ है। बीजेपी और जेडीयू के नेताओं के बीच इस मुद्दे पर बयानबाजी जारी है, लेकिन यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि क्या नीतीश कुमार ही अगले मुख्यमंत्री होंगे या नहीं। बीजेपी के बिहार अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने मीडिया से बातचीत में स्पष्ट किया कि विधानसभा चुनाव नीतीश कुमार के नेतृत्व में लड़ा जाएगा, लेकिन मुख्यमंत्री का चेहरा कौन होगा, यह फैसला बीजेपी के संसदीय बोर्ड और एनडीए के घटक दल मिलकर करेंगे। जायसवाल ने इसे “भगवान के हाथ में” छोड़ते हुए कहा, "जो होता है, वह ऊपर वाला करता है।" उनके इस बयान से यह साफ हो गया कि अभी मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार का नाम सार्वजनिक करना जल्दबाजी होगी।
नीतीश कुमार के बेटे निशांत कुमार ने भी किया बयान
यह राजनीतिक घटनाक्रम नीतीश कुमार के बेटे निशांत कुमार के हालिया बयान से और गरमाया है। निशांत ने अपनी मां मंजू सिन्हा की जयंती के अवसर पर कहा था कि वे उम्मीद करते हैं कि एनडीए नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री पद का चेहरा बनाएगा और उनके नेतृत्व में सत्ता में वापसी करेगा। निशांत ने खुलकर अपने पिता के समर्थन में बयान दिया, लेकिन जब उनसे अपनी सियासी एंट्री के बारे में पूछा गया तो उन्होंने इसे "अरे छोड़िए" कहकर टाल दिया।
जेडीयू सांसद दिलेश्वर कामैत ने दिया समर्थन
इस बीच, जेडीयू के सांसद दिलेश्वर कामैत ने दावा किया कि एनडीए पूरी तरह एकजुट है और बिहार में आगामी चुनाव नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही लड़ा जाएगा। उन्होंने विपक्ष के नेताओं, खासकर तेजस्वी यादव की बयानबाजी को खारिज करते हुए कहा कि बिहार में राजद और उनके नेता की कोई अहमियत नहीं है। कामैत का यह भी कहना था कि 2025 में एनडीए बहुमत हासिल करेगा और राजद का सफाया हो जाएगा, जिसके चलते विपक्षी दल बौखलाए हुए हैं।
क्या मुख्यमंत्री पद को लेकर सस्पेंस गहराएगा?
कुल मिलाकर, बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व पर सहमति जताई जा रही है, लेकिन मुख्यमंत्री पद को लेकर असमंजस बना हुआ है। बीजेपी और एनडीए के अन्य घटक दलों के बीच अब तक कोई अंतिम फैसला नहीं लिया गया है। इस मुद्दे पर फैसला जल्द आने की उम्मीद जताई जा रही है, लेकिन यह सियासी पेच आने वाले दिनों में और दिलचस्प मोड़ ले सकता है।