Edited By Parveen Kumar,Updated: 26 Sep, 2024 12:51 AM
पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत को एक पत्र लिखकर पांच सवाल पूछे हैं।
नेशनल डेस्क : पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत को एक पत्र लिखकर पांच सवाल पूछे हैं। उन्होंने पत्र में पूछा है कि जिस कानून के तहत लालकृष्ण आडवाणी को 75 वर्ष की आयु में सेवानिवृत्त किया गया, क्या वही कानून प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी लागू नहीं होगा?
केजरीवाल ने यह भी कहा, "नरेंद्र मोदी ने जून 2023 में एक नेता पर 70 हजार करोड़ के घोटाले का आरोप लगाया और कुछ समय बाद उसी नेता के साथ सरकार बना ली। क्या आपको यह सब देखकर कष्ट नहीं होता?" इस पत्र के माध्यम से केजरीवाल ने मोदी सरकार के निर्णयों और नीतियों पर सवाल उठाए हैं, जो राजनीतिक हलकों में चर्चा का विषय बन गए हैं। उनके सवालों में कानून के समानान्तर कार्यान्वयन और राजनीतिक नैतिकता पर ध्यान केंद्रित किया गया है।
आम व्यक्ति के तौर पर लिख रहा हूं पत्र
केजरीवाल ने कहा, "मैं यह पत्र एक राजनीतिक नेता के रूप में नहीं, बल्कि एक आम नागरिक के तौर पर लिख रहा हूं। भाजपा की केंद्र सरकार जिस दिशा में देश और राजनीति को ले जा रही है, वह हमारे लिए हानिकारक है। अगर यही चलता रहा, तो हमारा लोकतंत्र और देश खत्म हो जाएगा। हमें यह सुनिश्चित करना है कि हमारे देश का तिरंगा गर्व से हमेशा लहराता रहे। इस बारे में जनता के मन में कुछ सवाल हैं, जो मैं आपके सामने रख रहा हूं। मेरा मकसद सिर्फ भारतीय लोकतंत्र को बचाना और मजबूत करना है।"
केजरीवाल द्वारा आरएसएस प्रमुख से पूछे गए पांच सवाल
- क्या पीएम मोदी का ईडी-सीबीआई का दुरुपयोग कर पार्टियां तोड़ना सही है?
- जिन्हें भ्रष्टाचारी बताया, उन्हें पीएम मोदी द्वारा भाजपा में शामिल कर लेना कितना उचित?
- जेपी नड्डा के आरएसएस की जरूरत नहीं वाले बयान पर चुप क्यों है आरएसएस?
- 75 साल के बाद सेवानिवृत्त होने का नियम क्या पीएम मोदी पर लागू होगा?
- आरएसएस के लिए क्या पीएम मोदी का ऐसा व्यवहार देश के लिए ठीक है?