Edited By Utsav Singh,Updated: 21 Sep, 2024 06:09 PM
मध्य प्रदेश के ग्वालियर में एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर, रूस्तम सिंह, ने एक साथ पांच पत्नियां रखी हैं। इस पर उसकी पहली पत्नी ने पुलिस से शिकायत की है। शादी के बाद से रूस्तम अक्सर काम का बहाना बनाकर घर से गायब रहता था। जब उसकी पत्नी ने इसकी जांच की, तो उसे...
नेशनल डेस्क : मध्य प्रदेश के ग्वालियर में एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर, रूस्तम सिंह, ने एक साथ पांच पत्नियां रखी हैं। उसकी पहली पत्नी ने इस संबंध में पुलिस से शिकायत की है। शादी के बाद से रूस्तम अक्सर काम का बहाना बनाकर घर से गायब रहता था। जब उसकी पत्नी ने इसकी जांच की, तो उसे यह shocking सच पता चला कि उसके पति ने पांच शादियां की हैं। अपनी कठिनाईयों के चलते, पत्नी ने ग्वालियर के एसपी राकेश कुमार के पास जाकर न्याय की गुहार लगाई है। वह चाहती है कि उसके पति के खिलाफ कार्रवाई की जाए और उसे सही न्याय मिले।
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धोखा देने का आरोप
महिला ने बताया कि उसकी शादी 13 मई 2018 को हुई थी। वह ग्वालियर के मुरार तिकोनिया में रहती है, जबकि उसका पति, रूस्तम सिंह, एक विदेशी कंपनी में सॉफ्टवेयर एप्लीकेशन इंजीनियर है। महिला का आरोप है कि उसके पति के परिजन भी उसकी धोखाधड़ी के बारे में जानते हैं। उसने कहा कि रूस्तम अलग-अलग जगहों पर शादी कर रहा है और सभी पत्नियों को धोखा दे रहा है। यह स्थिति उसके लिए बेहद कठिन है, और वह अपने पति और उसके परिवार के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रही है।
पहले से चल रहा मामला
महिला ने साल 2022 में अपने पति, रूस्तम सिंह, के खिलाफ दहेज प्रताड़ना का मामला दर्ज कराया था। यह मामला वर्तमान में कोर्ट में विचाराधीन है। महिला का कहना है कि उसका पति अब विदेश भागने की योजना बना रहा है, जिससे वह जांच से बच सके। उसकी चिंताएं इस बात को लेकर बढ़ गई हैं कि यदि वह विदेश चला गया, तो न्याय पाना और भी मुश्किल हो जाएगा। यह स्थिति न केवल उसके लिए बल्कि अन्य पत्नियों के लिए भी गंभीर है, क्योंकि इससे स्पष्ट होता है कि रूस्तम ने अपनी जिम्मेदारियों से भागने का प्रयास किया है। महिला न्याय की तलाश में है और उसे उम्मीद है कि कानून उसके पक्ष में खड़ा होगा।
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पुलिस की कार्रवाई
डीएसपी महिला अपराध, किरण अहिरवार, ने पीड़िता को आश्वासन दिया है कि मामले की जांच की जाएगी और आरोपी के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी। उनका यह बयान महिला को न्याय दिलाने की दिशा में एक सकारात्मक कदम है। यह मामला न केवल एक व्यक्ति की धोखाधड़ी को उजागर करता है, बल्कि इससे समाज में ऐसी समस्याओं के प्रति जागरूकता बढ़ाने की भी आवश्यकता है। ऐसे मामलों को रोकने के लिए शिक्षा और संवाद बेहद महत्वपूर्ण हैं, ताकि लोग अपने अधिकारों के प्रति सजग रहें और धोखाधड़ी के शिकार न हों।
इस तरह की घटनाएं एक गंभीर मुद्दा हैं, और समाज को इसके खिलाफ मिलकर लड़ने की आवश्यकता है। न्याय की प्रक्रिया को मजबूत करना और लोगों को अपने अधिकारों के बारे में शिक्षित करना इस दिशा में महत्वपूर्ण कदम हो सकते हैं।