Edited By Anu Malhotra,Updated: 22 Sep, 2024 02:05 PM
मृत्यु के बाद 'आत्मा' का सफर कैसा रहता है यह आज तक पूर्ण संत-महात्माओं के अलावा कोई नहीं जान पाया लेकिन शिकागो के एक छोटे से परिवारिक फार्म में पली-बढ़ी नैन्सी के साथ कुछ ऐसा घटित हुआ जिसकी कहानी ने सभी के रोंगटे खड़े कर दिए।
नेशनल डेस्क: मृत्यु के बाद 'आत्मा' का सफर कैसा रहता है यह आज तक पूर्ण संत-महात्माओं के अलावा कोई नहीं जान पाया लेकिन शिकागो के एक छोटे से परिवारिक फार्म में पली-बढ़ी नैन्सी के साथ कुछ ऐसा घटित हुआ जिसकी कहानी ने सभी के रोंगटे खड़े कर दिए।
दरअसल, यह कहानी है नैन्सी की, जो शिकागो के एक छोटे से परिवारिक फार्म में पली-बढ़ी। वह हमेशा नास्तिक रही, जहां मृत्यु के बाद की जिंदगी या ईश्वर के अस्तित्व पर विश्वास नहीं करती थीं। लेकिन एक भयानक हादसे ने उनकी सोच को पूरी तरह बदल दिया।
हादसे का मंजर
46 वर्ष की उम्र में नैन्सी की एसयूवी एक गंभीर दुर्घटना का शिकार हो गई। इस हादसे में उन्हें गंभीर चोटें आईं; उनके फेफड़े धंस गए और कई पसलियां टूट गईं। डॉक्टरों ने उनकी जिंदगी बचाने के लिए सर्जरी का फैसला किया।
डॉक्टरों ने उनकी जिंदगी बचाने के लिए सर्जरी का निर्णय लिया। जैसे ही नैन्सी को बेहोश किया गया, उन्होंने एक अद्भुत अनुभव किया। वह एक धुंधली दुनिया में पहुंच गईं, जहां एक रहस्यमय शख्स ने उनसे कहा, "तुम्हें अभी और जिंदगी जीनी है।" नैन्सी ने कहा कि उन्हें अब और जिंदगी नहीं चाहिए, लेकिन उस धुंध से एक आवाज आई, "तुम्हें अपने जीवन के अर्थ को समझना और दूसरों को भी सिखाना है।"
इसके बाद, उनके सामने एक जादुई फिल्मी स्क्रीन प्रकट हुई, जिसमें उन्होंने अपने जीवन के क्षणों को देखा। उस धुंध ने उन्हें एक घाटी में ले जाकर एक तालाब को छूने के लिए कहा। पानी की लहरों के ऊपर छोटे-छोटे वीडियो जैसे पल देखते हुए, नैन्सी ने महसूस किया कि उनके हर कार्य का असर न केवल उन पर, बल्कि दूसरों पर भी पड़ता है।
इस अनुभव ने उनकी सोच को पूरी तरह से बदल दिया। अब, वह जीवन को एक नए नजरिए से देखने लगी हैं और अपने यूट्यूब चैनल 'कमिंग होम' पर अपने नास्तिक से आस्तिक बनने की कहानी साझा कर रही हैं, जिसमें उन्होंने उन पहलुओं का जिक्र किया है जो विज्ञान के लिए असंभव माने जाते हैं।
नैन्सी की यह यात्रा न केवल उनकी सोच को बदलने में मदद की, बल्कि उन्हें एक नए उद्देश्य की ओर भी ले गई। अब वह जीवन के अर्थ को समझने और दूसरों को सिखाने के प्रति प्रतिबद्ध हैं।