Edited By Rahul Rana,Updated: 12 Mar, 2025 04:25 PM

चीन में एक महिला ने अपने मर चुके पालतू डॉबरमैन डॉगी का क्लोन बनाने के लिए 19 लाख रुपये से अधिक खर्च किए हैं, जिससे पालतू जानवरों की क्लोनिंग में लोगों की दिलचस्पी बढ़ गई है। बता दें कि चीन में ऐसा करने की अनुमति है। इसके लिए नैतिक दिशा-निर्देशों का...
नेशनल डेस्क। चीन में एक महिला ने अपने मर चुके पालतू डॉबरमैन डॉगी का क्लोन बनाने के लिए 19 लाख रुपये से अधिक खर्च किए हैं, जिससे पालतू जानवरों की क्लोनिंग में लोगों की दिलचस्पी बढ़ गई है। बता दें कि चीन में ऐसा करने की अनुमति है। इसके लिए नैतिक दिशा-निर्देशों का पालन करना होगा और योग्य कंपनियों द्वारा ही इसका संचालन होना जू सरनेम की यह महिला पूर्वी चीन के हांग्जो की रहने वाली है। साल 2011 में महिला ने एक डॉबरमैन खरीदा, बताया कि जोकर ने उसकी लाइफ में काफी अहम भूमिका निभाई है। जब वह अकेले रहती थी, तो उसे सुरक्षा का एहसास होता था।
लेकिन 9 साल की उम्र में आते ही जोकर की गर्दन में घातक सार्कोमा विकसित हो गया, जिसके लिए सर्जरी की आवश्यकता थी। महिला ने बताया कि तमाम जोखिमों के बावजूद बिना एनेस्थीसिया के जोकर ने इस सर्जरी को बहादुरी से सहन किया। इस कारण हर दो हफ्ते में उसे पेट क्लीनिक ले जाना पड़ता था। हालांकि, जैसे-जैसे डॉगी की उम्र बढ़ती गई, उसे दिल की समस्याएं होने लगीं। साल 2022 में जू के प्यारे जोकर की 11 साल की उम्र में दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई। इससे महिला टूट गई और सदमे में चली गई, क्योंकि जोकर ने उसकी जिंदगी का एक दशक देखा था।
ऐसे में जू ने एक्सपर्ट की सलाह पर क्लोनिंग की इस प्रक्रिया को अपनाने का फैसला किया। जू ने बताया कि क्लोनिंग कंपनी का नाम गुप्त रखते हुए उन्होंने पूरी फीस पहले ही चुका दी। वैज्ञानिकों ने जोकर के पेट, कान और सिर से त्वचा के सैंपल लिए और ऊतक का उपयोग कर भ्रूण तैयार कर एक सरोगेट मां में प्रत्यारोपित कर दिया। एक साल बाद जू को बताया गया कि क्लोनिंग सफल रही। इसके बाद हर 15 दिन में अपडेट दिया गया, जिसमें अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट और ग्रोथ भी शामिल थे। 2024 में लूनर ईयर से ठीक पहले जू ने जोकर के क्लोन को लिटिल जोकर नाम दिया. उनका कहना है कि ये बिलकुल जोकर की तरह ही बर्ताव करता है।