Edited By Ashutosh Chaubey,Updated: 11 Jan, 2025 05:36 PM
इस घटना ने साबित कर दिया कि सोशल मीडिया और सार्वजनिक प्लेटफॉर्म पर दी गई जानकारी का जिम्मेदार तरीके से उपयोग करना कितना महत्वपूर्ण है। किसी भी गलत सूचना से न केवल एक राज्य या समुदाय की छवि खराब हो सकती है, बल्कि इसके गंभीर कानूनी परिणाम भी हो सकते...
नेशनल डेस्क: फिनफ्लुएंसर अभिषेक कर की असम के बारे में की गई आपत्तिजनक टिप्पणी ने राज्य में विवाद खड़ा कर दिया है। उनकी बातों ने न केवल असमवासियों की भावनाओं को आहत किया, बल्कि इसके बाद मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने भी उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी है।
क्या कहा था अभिषेक कर ने?
अभिषेक कर ने यूट्यूब चैनल 'रिया उप्रेती' के एक पॉडकास्ट में असम के एक गांव के बारे में दावा किया था, जहां महिलाएं पुरुषों को बकरी या अन्य जानवर बना सकती हैं। कर के अनुसार, यह महिलाएं रात के समय पुरुषों को "जानवरों" में बदल देती हैं और फिर उनसे शारीरिक संबंध बनाती हैं। यह दावा न केवल असामान्य था, बल्कि इससे असम की संस्कृति और परंपराओं पर सवाल भी उठते थे। हालांकि उन्होंनें सोशल मीडिया के माध्यम से बाद में माफी मांगी है।
पुलिस और सरकार की प्रतिक्रिया
इस वीडियो के वायरल होने के बाद असम पुलिस ने कड़ा कदम उठाते हुए अभिषेक कर के खिलाफ कार्रवाई का ऐलान किया। असम के डीजीपी जीपी सिंह ने यह कहा कि अभिषेक कर के खिलाफ उचित कानूनी कदम उठाए जाएंगे। इसके साथ ही मुख्यमंत्री कार्यालय ने भी सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए कहा कि इस तरह की भ्रामक और झूठी जानकारी फैलाने के लिए व्यक्ति के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा सकती है।
मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने चिंता जाहिर की
मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने इस मुद्दे पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि किसी को भी राज्य की संस्कृति और सम्मान को नुकसान पहुंचाने का अधिकार नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि ऐसे बयान असम की विविधता और सांस्कृतिक धरोहर के खिलाफ हैं।