Edited By Harman Kaur,Updated: 30 Jun, 2024 01:22 PM
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दुनिया भर में नशा करने वालों की संख्या में 20 फीसदी बढ़ोतरी दर्ज की गई है। वहीं, अब संयुक्त राष्ट्र कार्यालय (UNODC) ने अपनी वार्षिक विश्व नशीली दवा रिपोर्ट (World Drug Report 2024) जारी की है। जिसके मुताबिक, दुनिया भर में नशा करने वालों की संख्या...
नेशनल डेस्क: दुनिया भर में नशा करने वालों की संख्या में 20 फीसदी बढ़ोतरी दर्ज की गई है। वहीं, अब संयुक्त राष्ट्र कार्यालय (UNODC) ने अपनी वार्षिक विश्व नशीली दवा रिपोर्ट (World Drug Report 2024) जारी की है। जिसके मुताबिक, दुनिया भर में नशा करने वालों की संख्या 29.20 करोड़ तक पहुंच गई है। जिसमें से सबसे ज्यादा लोग 22.80 करोड़ भांग का सेवन करते हैं।
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22.80 करोड़ लोग ले रहे गांजे से बनी दवाइयां
रिपोर्ट में बताया गया कि दुनिया भर में 22.80 करोड़ लोग गांजा से बनी दवाएं ले रहे हैं। जिसमें से करीब 6 करोड़ से ज्यादा लोग ओपिओइड, 3 करोड़ लोग एम्फैटेमिन, 2.30 करोड़ कोकीन और करीब 2 करोड़ लोग एक्स्टसी दवाओं का नशा कर रहे हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, वैश्विक नशीली दवाओं के उपयोग में चिंताजनक वृद्धि के अलावा शक्तिशाली नए सिंथेटिक ओपिओइड का उदय भी हुआ है।
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रिपोर्ट के मुताबिक, नशे की लत छुड़ाने के लिए चिकित्सा सेवाएं भी काफी सीमित हैं। आंकड़ों पर नजर डाले तो दुनियाभर में 11 में से सिर्फ एक व्यक्ति को ही इलाज मिल रहा है। वहीं, अगर महिलाओं की बात करें तो केवल 18 में से सिर्फ एक महिला को ही इलाज मिल रहा है, जबकि सात पुरुषों में से एक को इलाज मिल रहा है। भारत में भी स्थिति गंभीर बनी हुई है। यहां लगातार नशा करने वालों की संख्या बढ़ रही है। अगर साल 2017 की बात करें तो सिर्फ 15,101 पीड़ितों को ही इलाज मिला, जबकि नशा करने वालों की संख्या लाखों में है।
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'नशे की लत से जूझ रहे लोगों की मदद करनी चाहिए'
रिपोर्ट में बताया कि दुनिया भर में करीब 6 करोड़ लोगों को नशा की लत से बाहर निकालने की जरूरत है, लेकिन अस्पतालों में मौजूद सुविधाएं काफी नहीं हैं। भारत में संयुक्त राष्ट्र के रेजिडेंट कोऑर्डिनेटर शोम्बी शार्प ने कहा, हमारे प्रयास न सिर्फ संतुलित होने चाहिए बल्कि स्वास्थ्य के अधिकारों के साथ मानवाधिकारों को बनाए रखना चाहिए। नशे की लत से जूझ रहे लोगों की मदद करनी चाहिए। इसके लिए सरकारों को नीतिगत फैसले लेना जरूरी है।