Edited By Seema Sharma,Updated: 05 Nov, 2020 04:32 PM
केरल के कोट्टूर के निकट स्थित हाथी पुनर्वास केंद्र को इस विशालकाय प्राणी के लिए दुनिया के सबसे बड़े इलाज और देखभाल केंद्र के रूप में विकसित किया जा रहा है, जहां आधुनिक सुविधाएं होंगी। कोट्टूर का मौजूदा हाथी देखभाल केंद्र राजधानी से 25 किलोमीटर दूर...
नेशनल डेस्क: केरल के कोट्टूर के निकट स्थित हाथी पुनर्वास केंद्र को इस विशालकाय प्राणी के लिए दुनिया के सबसे बड़े इलाज और देखभाल केंद्र के रूप में विकसित किया जा रहा है, जहां आधुनिक सुविधाएं होंगी। कोट्टूर का मौजूदा हाथी देखभाल केंद्र राजधानी से 25 किलोमीटर दूर स्थित है। इसे अंतर्राष्ट्रीय मानकों के अनुसार समुन्नत किया जा रहा है। यह सरकार के हाथी संरक्षण कार्यक्रम का हिस्सा है। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि इस केंद्र को समुन्नत करने का मकसद पुनर्वास के लिए यहां आने वाले हाथियों को वन की तरह प्राकृतिक माहौल उपलब्ध कराना है।
उन्होंने बताया कि हाथी केंद्र के पहले चरण को फरवरी 2021 में शुरू कर दिया जाएगा। इसके समुन्नयन के लिए केरल बुनियादी ढांचा निवेश कोष बोर्ड ने धन दिया है। इसके समुन्नयन पर लगभग 108 करोड़ रुपए का खर्च आएगा। यह केंद्र 176 हेक्टेयर वन क्षेत्र में फैला हुआ है। इसे इसकी सघन हरियाली के लिए जाना जाता है। इसमें फिलहाल 16 हाथी मौजूद हैं, जबकि कुल 50 हाथी रह सकते हैं। सूत्रों ने बताया कि परियोजना के प्रथम चरण के लिए निर्माण कार्य 2019 में शुरू हुआ था और इस पर कुल 71.9 करोड़ रुपए खर्च किए गए।